गुजरात के मुख्यमंत्री ने अलापा पाकिस्तान के नाम का राग, कहा अगर कांग्रेस जीती तो पाकिस्तान में दिवाली होगी
तारिक आज़मी
अहमदाबाद: कुछ दिनों में लगता है भारतीय राजनीत में लगता है पाकिस्तान का नाम एक ट्रेड मार्क की तरह प्रयोग होने लगेगा। स्थिति कुछ इस तरह होती जा रही है कि हर के काम और सभा में पाकिस्तान का ज़िक्र ज़रूर आ रहा है। पकिस्तान-पाकिस्तान नेताओ द्वारा जितनी बार किया जाता होगा शायद उतनी बार इस नापाक पाकिस्तान में भी उसका नाम नही लिया जाता होगा। बिहार में चुनाव हुवे तो पाकिस्तान का नाम आया। कुछ कही राजनितिक प्रतिद्वंदिता चली तो पाकिस्तान का नाम आता है। अगर किसी को बार बार याद करने पर उसको हिचकिया आती है, ये मान्यता सही होती तो शायद पाकिस्तान कमबख्त हिचकिया लेता लेता मर जाता।
अभी तक सर्जिकल एयर स्ट्राइक पर उठने वाले सवालो पर भाजपा द्वारा कांग्रेस की भाषा पाकिस्तानी होने के बयान आ रहे थे। आपको याद होगा कि बिहार विधान सभा चुनावों में भी कहा गया था कि अगर भाजपा हार जायेगी तो पाकिस्तान में पटाखे फुटेगे। भाजपा वहा चुनाव हार भी गई थी। अब मालूम नही पकिस्तान में पटाखे फूटे कि नही फूटे मगर राजस्थान और मध्य प्रदेश चुनावों में भी पाकिस्तान बीच बीच में आ जा रहा था।
अब लोकसभा चुनावों का बिगुल बज चूका है। पहले दौर के चुनावों के नामांकन अधिकतर हो चुके है। कई राजनितिक बड़े नामो के पर्चे दाखिल भी हो चुके है। नापाक पाकिस्तान तो बीच में आ रहा था, मगर एयर स्ट्राइक के मुद्दे पर आ रहा था। पहली बार अब पाकिस्तान मुद्दे पर नही जीत हार पर बीच में आ गया है। इसी बीच गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने रविवार को दावा किया कि लोकसभा चुनाव में अगर गलती से कांग्रेस जीतेगी तो पाकिस्तान में दिवाली देखने को मिलेगी। गुजरात के मेहसाणा में भाजपा की ‘विजय संकल्प’ रैली में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने संबोधित करते हुवे कहा है कि हालांकि ऐसा होने वाला नहीं है लेकिन जब 23 मई को परिणाम आम चुनाव का घोषित होगा और अगर गलती से कांग्रेस जीत जाती है तो पाकिस्तान में दीवाली मनायी जायेगी क्योंकि कांग्रेस उससे जुड़े हुए हैं।
भाजपा नेता विजय रूपाणी ने कहा कि देश की जनता 23 मई को नरेंद्र भाई की जीत सुनिश्चित करेगी जिसके बाद पाकिस्तान में शोक मनाया जायेगा। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा द्वारा बालाकोट हवाई हमले के प्रमाण मांगने के लिए रूपाणी ने कहा, पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की शरण स्थली है। और राहुल गांधी के शिक्षक सैम पित्रोदा कहते हैं कि पांच सात युवकों जिन्होंने पुलवामा हमला किया के लिए पाकिस्तान को दोष देना गलत है। कांग्रेस नेता पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर सैन्य बलों का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा, ‘सैन्य बलों के प्रमुखों द्वारा कहे गये शब्दों को नकार कर किसका समर्थन करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने लम्बे चौड़े भाषण में कई और भी बाते कही मगर मुख्य मुद्दा यही था कि पाकिस्तान से कांग्रेस के तार जुड़े है और अगर वह जीत गई तो पाकिस्तान में दिवाली मानेगी। हम अपने लेख के माध्यम से इसके पहले भी कहते आये है कि अगर (?) पाकिस्तान से कांग्रेस के तार जुड़े है और ये भाजपा नेताओ को पता है तो फिर उसका खुलासा होना चाहिये। उसके ऊपर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिये और ऐसी पार्टी अथवा पार्टियों को प्रतिबंधित करना चाहिये। मगर होता ये है कि पाकिस्तान चुनाव ख़त्म होते ही वापस एलओसी के पार चला जाता है और मुद्दा अगले किसी चुनाव के लिए टल जाता है। अब एक बार फिर जब लोकसभा चुनाव है तो पाकिस्तान का राग शुरू हो चूका है। प्रश्न यह है कि आखिर भारत के चुनावों में पाकिस्तानी ज़िक्र कब तक होता रहेगा।