जमीअत उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने दंगा प्रभावित 85 परिवारों को फ्री मकान दे कर दिया तोहफा
सरताज खान
गाजियाबाद लोनी। दंगे के दौरान जमीयत उलेमा ए हिंद ने तमाम सियासत से ऊपर उठकर इंसानियत के चिराग जलाए। इसी नेक सिलसिले में जमीयत ने एक और नायाब बानगी पेश की। जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने आज बागोवली गाँव मे दंगे के विस्थापितों को 85 मकानों की चाबी सौंपी। उन्होंने और मकान बनवाने का वादा भी किया। आज गांव बागोवली में पत्रकारों से बातचीत में मौलाना अरशद मदनी ने 85 दंगा पीड़ित विस्थापितों को मकानों की चाबीयां सौंपी।
इससे पूर्व उन्होंने खामपुर में भी दंगा प्रभावितों को मकान बनाकर दे चुके हैं। उन्होंने शरणार्थियों के लिए और मकान बनवाने का वादा भी किया। मुजफ्फरनगर 2013 के दंगों में प्रभावित परिवारों को एक बार फिर बचे हुए पीड़ितों को आशियाना मिली ही गया काफी समय से आस लगाए बैठे थे की कब अपने घर बनने का सपना सच होगा क्योंकि दंगे के दौरान अपना सब कुछ गवा बैठे पीड़ित जमीयत उलेमा हिंद की सरपरस्ती में रे रहे थे उनके दर्द का एहसास करते हुए जमीयत उलेमा हिंद ने उनके सर पर छत देने का वादा किया हुआ था तो वही आज जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष सैयद अरशद मदनी ने मुजफ्फरनगर के बागोवाली में दंगों में बेघर हुए करीब 85 परिवारों को घर बनाकर दिया गाँव बागोवाली मैं दंगा प्रभावित पीड़ितों को अध्यक्ष जमीयत उल हिंद अध्यक्ष मदनी के द्वारा चाबियां सौंपी गई।
उल्लेखनीय है कि 2013 के भयानक दंगे में हजारों परिवार बेघर हो गए थे और उन में बड़ी संख्या ऐसे लोग भी हैं जो अपने घरों को लौटने से इनकार कर दिया था यह लोग अब तक विभिन्न स्थानों पर अति गंभीर स्थिति में जिंदगी गुजार रहे थे जमीअत उलेमा हिंद ने अपनी परंपरा के अनुसार शुरू से ही दंगा पीड़ितों की वह प्रभावित हुए लोगों को सहायता का सिलसिला जारी रखा हुआ था उल्लेखनीय है कि इससे पहले विभिन्न स्थानों पर 311 मकान मस्जिद मकतब निर्माण करा कर प्रभावितों को उन में बसा चुका है।आज मौलाना मदनी ने 155 मकानों पर आधारित एक और जमीयत कॉलोनी का ग्राम बागोवाली गांव में उद्घाटन किया और उनमें से बने हुए 85 मकानों की चाबीयां दंगा प्रभावितों के हवाले की इस प्रकार से अब तक दंगे से प्रभावित हुए पीड़ितों के लिए जमीअत उलेमा हिंद 466 मकान बनाकर उनमें प्रभावितों को बसा चुकी है
दंगा पीड़ितों के नए घरों में पुनर्वास से संबंधित आयोजित एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए जमीअत उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि जमीअत उलमा हिंद हालात के नाजुक मोड़ पर हमेशा देश के मजदूरों के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ी है और आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा तुम ही मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा जमीयत उलेमा हिंद एक धार्मिक संगठन है लेकिन यह बहु संख्या और अल्पसंख्यक के भेदभाव से ऊपर उठकर मानवता के आधार पर सेवा का काम करती है तो वही मौलाना मदनी ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व बंगाल में आए समुद्री तूफान का हवाला देते हुए कहा कि इस तूफान से हजारों हिंदू और मुसलमान प्रभावित हुए थे जब भी जमीयत उलेमा हिंद ने इन सभी प्रभावितों के लिए वहां कैंप लगाकर सहायता का काम किया और हिंदू और मुसलमान दोनों समुदाय के लोगों को जमीयत उलेमा की ओर से दोनों समय खाना मुहैय्या कराया था मौलाना मदनी ने कहा कि बिहार में सैलाब प्रभावितों को पुनवार्स के सिलसिले में जमीअत की और से जिला पूर्णिया मैं 40 मकान और जिला औरैया में 44 मकान पूरे हो चुके हैं और जिला कटिहार में 20 मकान के निर्माण का काम चल रहा है जो जल्द से जल्द 2 सप्ताह में पूरा हो जाएगा।
मौलाना मदनी ने कहा कि जमीयत उलेमा हिंद अपने स्थान के समय से आज तक देश में एकता सहिष्णुता शांति और भाईचारे के विस्तार के लिए सक्रिय रही है जमीयत उलेमा हिंद का यह मिशन आज भी जारी है और हम इसी मानसिकता को भारत जैसे महान देश की स्थिरता के लिए जरूरी भी समझते हैं तो वही आज दंगग प्रभावित लोगों को अपना आशियाना मिलने पर बड़ी खुशी उनके चहरो पर देखने को मिली।
इस अवसर पर मौलाना शाहनवाज कासमी सदर जमीयत उलेमा हिन्द, हाजी अजीजुर रहमान नयाब सदर,मौलाना अब्दुल्लाह काश्मी सेकेट्री,हुसैन अहमद,नादिर राना आदि मौजूद रहे।