अधिवक्ताओं ने एसडीएम पर लगाया मानवाधिकार के हनन का आरोप, एसडीएम ने आरोपो को किया खारिज कहा उन्होंने नही किया हनन
सरताज खान
गाजियाबाद लोनी। लोनी तहसील बार एसोसिएशन ने एसडीएम पर मानवाधिकार का हनन करने का आरोप लगाया है। जिस सम्बन्ध में बार एसोसिएशन ने एसडीएम के खिलाफ शिकायत पत्र दिया है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र कुमार बंसल ने मुख्य चुनाव आयुक्त, जिलाधिकारी सहित कई विभागों को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि वर्तमान उप जिलाधिकारी लोनी आदित्य कुमार प्रजापति अदालत में वादों से संबंधित अभियुक्तों को धर्म व जाति पूछ कर रिहा कर रहे हैं तथा जो अभियुक्त मुस्लिम या एससी कास्ट से है उनको उठक बैठक, मुंडन कराकर मुर्गा बनाते हैं ,उसके बाद जमानत न देकर जेल भेज देते हैं।
जमानती प्रार्थना पत्र अधिवक्ताओं द्वारा दिए जाते हैं किंतु प्रार्थना पत्र का जेल भेजने के आदेश में उल्लेख भी नहीं करते। उन्होंने बताया कि ऐसा कोई कानून नहीं है जो एसडीएम को भारतीय कानून और मानव अधिकारों के हनन का अधिकार देता हो। उनका यह भी कहना है कि वह अधिवक्ताओं से अमर्यादित भाषा का भी प्रयोग करते हैं । इस संबंध में बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश को भी शिकायत पत्र भेजा है। जिसमे तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की मांग की है।
मामले में एसडीएम आदित्य कुमार का कहना है कि आम चुनाव को देखते हुए कुछ अभियुक्तो को जेल भेजा गया है ,उन्होंने किसी भी अभियुक्तो के साथ ऐसा कोई व्यवहार नही किया ,जिससे मानवाधिकार का हनन हो ,कुछ एडवोकेट ऐसे अभियुक्त छोड़ने की सिफारिश करते है, जिसका आम चुनाव के मद्देनजर जेल भेजना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उन पर लगे सभी आरोप गलत है।