गर्मी ने दिया दस्तक तो अभी से शुरू हुई बिजली कटौती
सरताज खान
गाजियाबाद लोनी। क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को अनेकों तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। बताते चलें कि बीते कई दिनों से क्षेत्र में बिजली की भारी कटौती की जा रही है। जिसके चलते क्षेत्रवासियों का जीना दुश्वार हो गया है। जहां शहरी क्षेत्र में बिजली कटौती से लोगों का बुरा हाल है। वहीं बिजली कटौती के चलते ग्रामीणों को पेयजल, पशुओं का चारा काटने, नहलाने व पानी पिलाने आदि कई तरह की समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है।
इतना ही नहीं तपती गर्मी में बिजली न मिलने से बच्चों, बुजुर्गों व बीमार लोगों का बुरा हाल है। दिन रात होने वाली अघोषित बिजली कटौती के चलते लोग रात में सो तक नहीं पा रहे है। विभाग बेखबर बना हुआ है। शड्यूल के मुताबिक शहरी क्षेत्र में बाईस घंटे व ग्रामीण क्षेत्र में अट्ठारह घंटे विद्युत आपूर्ति की जानी चाहिए। लेकिन स्थिति इसके विपरित है। शहरी क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि चौबीस घंटों में मात्र आठ से दस घंटे ही बिजली की आपूर्ति की जा रही है। वहीं ग्रामीणों की माने तो उन्हें मात्र छह-सात घंटे ही विद्युत आपूर्ति की जा रही है। वह भी सुचारू रुप से नहीं हो रही है। हर एक घंटे के बाद कटऑफ कर दिया जाता है।
बिजली की इस अघोषित कटौती के चलते क्षेत्र के नागरिकों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त होकर रह गई है। नगर पालिका क्षेत्र की राम पार्क कॉलोनी निवासी अय्यूब ने बताया कि दिन में मुश्किल से आठ- दस घंटे ही बिजली मिलती है। वह भी लगातार नहीं दी जाती है।वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के अगरौला गांव निवासी नरेंद्र कुमार ने बताया कि बिजली की भारी कटौती के चलते ग्रामीणों का बुरा हाल है। पशुओं को समय पर चारा व पानी तक नहीं दे पा रहे है। मात्र छह – सात घंटे ही बिजली मिल रही है। बिजली विभाग के अधिकारियों से बार-बार शिकायत करने के बाद भी विद्युत आपूर्ति सुचारु नहीं की जा रही है। अधिकारियों को शिकायत करने के लिए फोन किया जाता है, तो अधिकारी फोन तक नहीं उठा रहें हैं। इन हालातों के चलते क्षेत्रवासियों में भारी रोष है। इस संबंध में बिजली विभाग के संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नही हो पाई।