पूर्वोत्तर में भाजपा को लगा बड़ा झटका, दो मंत्री, 12 विधायको ने छोड़ी एक साथ पार्टी
तारिक ज़की
बेंगलोर : लोकसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है। इसके बाद से भाजपा को एक से बढ़कर एक बड़े झटके लग रहे है। अभी प्रयागराज के सांसद द्वारा पार्टी से इस्तीफे के झटके से भाजपा ढंग से उबार भी नही पाई थी कि लोकसभा चुनावों के ठीक पहले पूर्वोत्तर में बीजेपी को जोर का झटका धीरे से लगा है। यह झटका इतना बड़ा है कि भाजपा को कुछ समय लगेगा पूर्वोत्तर में सँभालने में।
खबरों के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के दो मंत्रियों और 12 विधायकों सहित कुल 15 नेताओं ने मंगलवार को एक साथ पार्टी छोड़ दी और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) में शामिल होने का ऐलान कर दिया। बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनावों में भाजपा द्वारा पार्टी के राज्य महासचिव जारपुम गामलिन, गृहमंत्री कुमार वाई, पर्यटन मंत्री जारकर गामलिन और कई विधायकों को टिकट नहीं देने के बाद बड़े पैमाने पर पार्टी छोड़ने का यह कदम सामने आया है। आपको बता दें कि राज्य की 60 विधानसभा सीटों में से 54 के लिए प्रत्याशियों के नामों पर भाजपा के संसदीय बोर्ड ने रविवार को मुहर लगाई। राज्य में 11 अप्रैल को लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं।
सोमवार को जारपुम गामलिन ने भाजपा की अरुणाचल इकाई के अध्यक्ष तापिर गाओ को अपना इस्तीफा भेजा। वह सोमवार सुबह से ही गुवाहाटी में हैं, जहां मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने उनसे मुलाकात की। एनपीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “जारपुम, जारकर, कुमार वाई और भाजपा के 12 मौजूदा विधायकों ने एनपीपी महासचिव थामस संगमा से मंगलवार को मुलाकात की और एनपीपी में शामिल होने का फैसला किया”।
बताते चले कि पिछले दिनों असम में भाजपा को करारा झटका देते हुए तेजपुर से मौजूदा सांसद राम प्रसाद शर्मा ने भी पार्टी छोड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘पार्टी में नए घुसपैठियों” के कारण पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।