बीजेपी से निकलने पर एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा का छलका दर्द, ट्विटर पर पार्टी के लिए लिखी ये बात

आफ़ताब फ़ारूक़ी

 अभिनेता से नेता बने एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा इन दिनों अपनी राजनीतिक गतिविधियों को लेकर सुर्खियों में छाये हुए हैं। खबरों की मानें तो वह जल्द ही कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन कर सकते हैं। बीजेपी के बागी नेताओं की लिस्ट में रहे शत्रुघ्न सिन्हा बिहार की पटना साहिब सीट का 10 साल तक प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन करने से पहले एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी को छोड़ने पर अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने ट्विटर पर बीजेपी के खिलाफ ट्वीट करते हुए लिखा- ‘बीजेपी से निकलना उनके लिए सबसे ज्यादा दुख भरा था, लेकिन मेरे प्रिय दोस्त लालू यादव के आकर्षक और गतिशील नेतृत्व में उम्मीद है कि सब कुछ अच्छी दिशा में होगा,वहीं नेहरू गांधी परिवार से नेता के बारे में भी सबसे ज्यादा बात की … राष्ट्र निर्माण करने वालों का सच्चा परिवार …’

शत्रुघ्न सिन्हा के फैंस और समर्थक उनके इस ट्वीट पर लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर बॉलीवुड अभिनेता और बीजेपी के शत्रु बन चुके शत्रुघ्न सिन्हा अब कांग्रेस का दामन थामने वाले हैं। लंबे समय से भाजपा के स्टार प्रचारक और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रह चुके शत्रुघ्न का काफी समय से राजद-कांग्रेस से दोस्ताना बढ़ता दिख रहा था।

भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का कांग्रेस में शामिल होना फिलहाल टल गया है। वह गुरुवार को कांग्रेस में शामिल होने वाले थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। खबर आ रही है कि वह 6 अप्रैल को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। वहीं, तमाम कयासों के बीच हाल ही में सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की।

मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो शत्रुघ्न सिन्हा इस बार महागठबंधन से भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। भाजपा में शत्रुघ्न सिन्हा लालकृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाते रहे। शत्रुघ्न सिन्हा का राजनीतिक सफर साल 1992 में शुरू हुआ। जब वह नई दिल्ली सीट से कांग्रेस के राजेश खन्ना के खिलाफ खड़े हुए। हालांकि शत्रुघ्न सिन्हा चुनाव हार गए लेकिन पार्टी में उनकी जगह समय के साथ खास होती चली गई।

शत्रुघ्न सिन्हा 1996-2008 तक दो बार राज्यसभा सांसद रहे। अटल जी की सरकार ने 2003 में जब मंत्रिमंडल विस्तार किया तो शत्रुघ्न सिन्हा को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और जहाजरानी मंत्री बनाया। साल 2009 में पटना साहिब से शत्रुघ्न सिन्हा ने पहली बार चुनाव जीता। साल 2014 में भी शत्रुघ्न सिन्हा ने 55 फीसद वोट पाकर जीत दर्ज तो की लेकिन मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से वह भाजपा से नाराज हो गए और तब से लेकर आज तक नाराज शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी के खिलाफ लगातार बयानबाजी करते रहे हैं।

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