कल होगा रावण का बनारस में रोड शो, अधिवक्ताओ ने जताया आपत्ति
अनिला आज़मी
वाराणसी। कल काशी विश्वनाथ की नगरी में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण का रोड शो होगा। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से चुनावी प्रचार का आगाज करेंगे। उनके इस रोड शो को लेकर अधिवक्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया है। अधिवक्ताओं ने आज जिला प्रशासन को एक पत्रक देकर कहा है कि उनके रोड शो से आपसी सौहार्द और धार्मिक सौहार्द को ठेस पहुंचेगा। लिहाजा उनका रोड शो रद्द किया जाए।
अधिवक्ता रतनदीप का कहना है कि जिस प्रकार से भीम आर्मी के चीफ लगातार देश विरोधी और धर्म विरोधी बयान देते रहते हैं और उनके कार्यकर्ता धार्मिक भावनाओं को भड़काते रहते हैं, ऐसे में धर्म की नगरी काशी में उनके रोड शो होने से धार्मिक सौहार्द बिगड़ सकता है। इस वजह से हम अधिवक्ता जिला प्रशासन से मांग करते हैं उन्हें वाराणसी में कार्यक्रम करने का परमिशन ना दिया जाए। यही नहीं अधिवक्ताओं ने यह भी कहा कि यदि उनके कार्यक्रम के दौरान कुछ भी धार्मिक या सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है तो इसके जिम्मेदार भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर होंगे।
बताते चले कि भीम आर्मी आरक्षण मुद्दे पर अचानक देश में अस्तित्व में आई थी। इस संगठन का निर्माण चंद्रशेखर द्वारा किया गया था। भीम आर्मी को शुरू में बसपा की बी ब्रांच के तौर पर भी देखा जाने लगा था। समझा जा रहा था कि भीम आर्मी बसपा के नेतृत्व में काम करेगी। मगर भीम आर्मी ने बसपा का भी विरोध शुरू कर दिया था। इस दौरान विगत पखवारे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उर्फ़ रावण घायल होकर अस्पताल में एडमिट थे उस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अस्पताल में उनका हाल चाल लेने पहुची थी। इसको लेकर राजनितिक कवायद शुरू हो गई थी कि भीम आर्मी चीफ रावण कांग्रेस के टिकट पर नगीना से चुनाव लड़ सकते है। मगर कांग्रेस ने नगीना से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। अब देखना होगा कि भीम आर्मी इस लोकसभा चुनाव में किस प्रकार से अपना वर्चस्व स्थापित करती है अथवा राजनितिक अस्तित्व खो देती है।