जाने आखिर ऐसा क्या है इस विज्ञापन में जो कुछ लोग सर्फ़ एक्सेल के बायकाट की मांग कर रहे, जाने क्या कहा बाबा रामदेव ने सर्फ़ एक्सेल के बारे में
आरिफ अंसारी
लोग अलग अलग और नजरिया अपना अपना होता है। जिसको हम एकता की बात कहते है। वही किसी और के नज़र में कुंठित मानसिकता और धर्म विशेष का अपमान कहने लगता है। इसमें राजनितिक और व्यावसायिक रोटिया सकने वालो की भी कमी नही है। लोग तत्काल इसको मुद्दा बनाकर अपनी व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा को बढाते हुवे इसका अपने तरीके से उपयोग करते है।
मौजूदा वक्त में भी सर्फ़ एक्सेल के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है। एक एकता का सन्देश देने वाले विज्ञापन को लोगो ने विवाद का केंद्र बना लिया और एक विशेष तबका सर्फ़ एक्सेल के बायकाट का प्रचार तक करने लगा। कारण सिर्फ एक है वह है सर्फ़ एक्सेल का एक विज्ञापन। वैसे इसको हलके अंदाज़ में अगर लिया जाए और सामान्य मानसिकता के साथ देखा जाए तो रोज़मर्रा के ज़िन्दगी का हिन्दू-मुस्लिम सदभाव नज़र आएगा। मगर एक वर्ग अचानक इसके विज्ञापन को विवादित बना कर सर्फ़ एक्सेल के बायकाट का फरमान जारी कर देता है।
क्या है विज्ञापन में
दरअसल सर्फ एक्सल ने ‘रंग लाए संग‘ कैंपेन के जरिए होली पर हिंदू-मुस्लिम सद्भाव का संदेश देने का प्रयास किया था। करीब एक मिनट के इस विज्ञापन में दिखाया गया है कि सफेद टी-शर्ट पहने हिंदू लड़की पूरी गली में साइकल लेकर घूमती है और सभी बच्चों के रंग अपने ऊपर डलवाकर खत्म करा देती है। इसके बाद अपने मुस्लिम दोस्त के घर के बाहर जाकर कहती है कि रंग खत्म हो गए। फिर उसे साइकल पर बैठा मस्जिद के दरवाजे पर छोड़ती है। आखिरी में उसके सीढ़ी चढ़ते वक्त वह कहती है, बाद में रंग पड़ेगा। इस पर उसका मुस्लिम दोस्त धीमे से मुस्करा देता है। हिंदुस्तान लीवर के मालिकाना हक वाले सर्फ एक्सल ने इसके जरिए यह संदेश देने का प्रयास किया था कि रंगों के जरिए समाज संग आ सकता है। इस विज्ञापन अंत सर्क एक्सल की परंपरागत टैगलाइन ‘दाग अच्छे हैं‘ के साथ होता है।
27 फरवरी के रिलीज किए गए इस ऐड को यूट्यूब पर अब तक 77,37,800 व्यूज मिल चुके हैं। हालांकि ट्विटर पर कुछ लोग इसे हिंदू फोबिक और विवादित करार दे रहे हैं। इस विज्ञापन में हिंदू बच्ची और मुस्लिम बच्चे को दिखाया जाने का सोशल मीडिया पर एक तबका विरोध कर रहा है। यहां तक कि लोगों ने बायकॉट सर्फ एक्सल के हैशटैग के साथ उसे ट्रोल करना भी शुरू कर दिया है।
बाबा रामदेव ने ट्वीट कर उठाया व्यावसायिक लाभ
इसी बीच इस विवाद में बाबा रामदेव भी कूद पड़े और उन्होंने समस्त हिंदुस्तान यूनिलीवर के प्रोडक्ट को बायकाट करने की मांग उठा दिया। हालाकि उनके इस ट्वीट को सोशल मीडिया पर काफी जवाब सहना पड़ा है और लोगो ने इसको व्यावसायिक लाभ हेतु ट्वीट करार देते हुवे बाबा रामदेव को काफी जवाब भी दिये है।
हम किसी भी मजहब के विरोध में नहीं हैं,
लेकिन जो चल रहा है उस पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है, लगता है जिस विदेशी सर्फ से हम कपड़ों की धुलाई करते हैं अब उसकी धुलाई के दिन आ गए हैं? #BoycottSurfExcel #BoycottHULproducts #surfexcel https://t.co/SGOraCtUoW— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) March 10, 2019
बाबा रामदेव ने अपने ट्वीट में लिखा है कि हम किसी भी मजहब के विरोध में नहीं हैं, लेकिन जो चल रहा है उस पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है, लगता है जिस विदेशी सर्फ से हम कपड़ों की धुलाई करते हैं अब उसकी धुलाई के दिन आ गए हैं? इसके बाद सोशल मीडिया यूज़र्स ने बाबा के इस ट्वीट का काफी मजाक उडाना शुरू कर दिया। हालाकि बाबा के फलोवर और उनके चाहने वाले इससे इत्तिफाक रखते हुवे उनका समर्थन कर रहे है।