माता-पिता को कष्ट देने वाले का देवी-देवता भी नही कर सकते उद्धार-पं चन्द्रभुषण महराज
प्रदीप दुबे विक्की
भदोही। गोपीगंज क्षेत्र के बेरासपुर में आयोजित कथा में पंडित चन्द्रभुषण महराज ने शनिवार को अपने कथा में बडा ही मार्मिक व ज्ञानपुर्ण कथा कही।
महराज ने कहा कि लोग अपने भौतिक सुख के लिए विभिन्न तरह के पापकर्म करते है और सोचते है कि कोई नही देख रहा है जबकि सच्चाई रह है कि जीव को अपने किये गये हर कर्म का फल निश्चित ही भोगना पडता है। चाहे वह कितना भी जन्म ले ले लेकिन अपने किये गये कर्म को अवश्य भोगेगा। कहा कि लोग अपने माता पिता का अनादर करते है और मंदिरों में जाकर पूजा पाठ करते है वह सब बेकार है क्योकि जब तक माता-पिता सुखी नही रहेंगे तो देवी देवता कैसे खुश रहेंगे? कहा कि संसार में ऐसा कोई देवी देवता नही है जो माता पिता का अनादर करने वाले का उद्धार कर दे। माता-पिता ही ऐसे देव है जो अपने सुख को भी अपने बच्चों पर न्यौछावर करके उनका दुख भोगने को तैयार रहते है। महराज ने कहा कि मनुष्य को सभी चीजों का ज्ञान है लेकिन जानकर अंजान बनता है। वैसे चार जगह ऐसी है जो मनुष्य को ज्ञान कराने में सहायक होती है। मां के गर्भ, दुख, श्मशान और भागवत कथा की बातों को ध्यान करके जीव को जीवन की सच्चाई का अहसास होता है लेकिन फिर भुल जाता है। कहा कि मानव जन्म का उद्देश्य परमात्मा प्राप्ति व मोक्ष है लेकिन लोग भौतिक सुखों के पीछे दौड रहे है। इस मौके पर माताचरण मिश्र, देवीचरण, रामसजीवन तिवारी, मल्लू तिवारी, भगेडू प्रजापति, रामयश शर्मा, उमाशंकर यादव समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे।