दुस्साहस – भाजपा नेता ने किया जिलाधिकारी से अभद्रता, पुलिस ने किया गिरफ्तार

हरिलाल यादव

बलिया। अभी तक भाजपा मंत्रियो द्वारा किसी सरकारी कर्मचारी और अधिकारी से अभद्रता का समाचार आया था। मगर अब कार्यकर्ता भी अभद्रता पर उतर आये है। ऐसा ही एक प्रकरण बलिया जनपद में देखने को मिला जब एक भाजपा कार्यकर्ता द्वारा जिलाधिकारी से उनके चेंबर में घुस कर अभद्रता किया गया। घटना में सबसे अधिक अचंभित करने वाला पहलू ये रहा कि भाजपा नेता के द्वारा अभद्रता के साथ साथ मौके पर बैठे तहसीलदार से मारपीट करने का भी प्रयास किया गया और वह भी डीएम साहब के सामने। बहरहाल भाजपा नेता फिलहाल न्यायिक अभिरक्षा में जेल की हवा खा रहे है।

मामला बलिया का है। बलिया जनपद के डीएम भवानी सिंह द्वारा गोपनीय तरीके से इस बात की जाँच करवाया जा रहा था कि कौन कौन चुनावों में गड़बड़ी कर सकता है। इस दौरान थाना पकड़ी के ग्राम एकइल निवासी भाजपा के जिला कार्यकारणी सदस्य खुद को बताने वाले विनोद तिवारी का नाम प्रकाश में आया। जब जांच हुई तो उनके ऊपर एक दर्जन अपराधिक मुक़दमे मिले। नेता जी बतौर खुद कभी जनप्रतिनिधि नही रहे, मगर उनकी पत्नी एक बार ग्राम प्रधान का चुनाव जीत गई थी। नेता जी उसी प्रधानी और भाजपा कार्यकारिणी सदस्य होने का रौब झाड़ते थे।

आज बलिया जिलाधिकारी ने उनकी कार्यप्रणाली पर तम्बी करने के लिए उनको बुलवाया था। नेता जी बड़े जलाल में पहुचे और पहले डीएम को ही हडदब में लेना चाहा, और कहा कि हम लोग राजनितिक आदमी है सभी मुक़दमे फर्जी लगे है। बात बनती न देख उन्होंने जिलाधिकारी भवानी सिंह से अभद्रता करना शुरू कर दिया। इस दौरान मौके पर मौजूद तहसीलदार द्वारा जब हस्तक्षेप का प्रयास किया गया तो नेता जी ने उनके साथ हाथापाई करने लेगे। सुचना पर पहुचे थाना कोतवाली प्रभारी शशि मौली पाण्डेय ने नेता जी को हिरासत में ले लिया। मगर फिर भी नेता जी की हेकड़ी कम नही हुई और बताया जाता है कि जाते जाते उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि ये बलिया है। यहाँ के नेताओं को आप नही जानते है। दो महिना जेल में रह सकता हु।

खैर पुलिस ने विनोद तिवारी को हिरासत में लेकर जिलाधिकारी के आदेश पर शांति भंग में बुक कर दिया और उपजिलाधिकारी की अदालत में पेश किया। समाचारों के अनुसार उपजिलाधिकारी ने नेता जी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। घटना के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने पत्रकारों को इसकी जानकारी देते हुवे बताया कि विनोद तिवारी के ऊपर एक दर्जन मुक़दमे दर्ज है और आदर्श आचार संहिता के उलंघन की उनसे संभावना से इनकार नही किया जा सकता है। इसी प्रकरण में उनको आज कार्यालय बुलाया गया था जहा विनोद तिवारी ने उनसे अभद्रता किया और तहसीलदार से हाथापाई करने का प्रयास किया।

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