जालसाजी : टैक्स इंस्पेक्टर बनवाने के नाम पर लिया एडवांस
तारिक खान
प्रयागराज : इलाहाबाद उच्च न्यायालय और पटना उच्च न्यायालय में सीधी भर्ती करने के नाम पर 50 करोड़ की ठगी करने वाले जालसाजों ने कई और विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर भी लाखों रुपये वसूले हैं। इनकम टैक्स विभाग में कर निर्धारण अधिकारी, टैक्स इंस्पेक्टर और क्लर्क पदों पर भर्ती के लिए 50 से अधिक युवकों से एडवांस रुपये लिए गए थे। दो साल से ये शातिर तमाम जिलों में जाकर इंटरव्यू करते और एडवांस रकम लेकर निकल आते थे। इसी प्रकार सिंचाई विभाग और सेतु निगम में क्लर्क, लिपिक, चपरासी के पदों पर भर्ती कराने के नाम ठगी की गई।
करोड़ों के जालसाजी में एसटीएफ ने चार बदमाशों को किया है गिरफ्तार
एसटीएफ ने जालसाजी कर करोड़ों रुपये कमाने वाले इस गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार कर नौकरी के नाम पर ठगी किए जाने का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के सरगना शमीम सिद्दीकी ने पूछताछ में बताया है कि हाईकोर्ट में सीधी भर्ती का विज्ञापन छपवाकर यूपी और बिहार में ठगी शुरू की गई।
इसके अलावा गिरोह के सदस्य इनकम टैक्स, सिंचाई विभाग और सेतु निगम में भी भर्ती के नाम पर रुपये लेते थे। खुद को हाईकोर्ट का डिप्टी रजिस्ट्रार बताने वाला शमीम सिद्दीकी एवं दूसरा आरोपित मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का असिस्टेंट प्रॉक्टर राघवेंद्र सिंह सूट-बूट पहनकर अभ्यर्थियों से मिलते थे।