आसाराम बापू के पुत्र नारायण साईं पर बालात्कार का आरोप हुआ सिद्ध, 30 को अदालत करेगी सजा का एलान
तारिक जकी
सूरत। कोई भी धर्म शांति और समृधि का माध्यम होता है। मगर दुनिया में ऐसे लोगो की कमी नही है जो धर्म के नाम पर ढोंग रचा लेते है। इसका एक बड़ा उदहारण आशाराम बापू है। धर्म के नाम पर जारी आडम्बर का जब भंडाफोड़ हुआ तो आशा राम बापू आज जेल में है। इसी कड़ी में आज अदालत ने आशा राम बापू के पुत्र नारायण साईं पर भी बलात्कार का आरोप सिद्ध हो गया है।
प्रकरण में सूरत सेशन कोर्ट ने नारायण साईं को बलात्कार के मामले में दोषी करार दिया। सजा का फैसला 30 अप्रैल को होगा। नाबालिग शिष्या से बलात्कार के आरोप में पिता आसाराम पहले से सजा काट रहे हैं। नारायण साईं पर आरोप है कि उसने एक महिला साधक पर अलग-अलग समय पर बलात्कार किया था। कथावाचक आसाराम भी बलात्कार के दो अलग-अलग मामलों आरोपी हैं और जेल में हैं। एक ओर जहां आसाराम बलात्कार मामले में जेल में बंद है, वहीं उसके बेटे नारायण साईं ने भी काली करतूतों में अपने पिता का खूब साथ निभाया।
बताते चले कि आसाराम के बेटे और उसकी गंदी हरकतों में बराबर के साझीदार नारायण साईं के खिलाफ आश्रम की एक युवती ने 6 अक्टूबर 2013 को बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। इतना ही नहीं नारायण साईं ने इस मामले को दबाने के लिए थाना प्रमुख को 13 करोड़ रुपये की रिश्वत भी दी थी। घूसखोर पुलिस अधिकारी से 5 करोड़ रुपये नगद और प्रॉपर्टी के कागजात बरामद करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
यही नही, नारायाण साईं की हरकतों का खुलासा होने पर उसकी पत्नी जानकी ने पति और ससुर के खिलाफ प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए थे। साईं की पत्नी जानकी ने पुलिस थाने में दर्ज अपनी शिकायत में कहा था कि नारायण हरपलानी (नारायण साईं का असली नाम) से उसकी शादी 22 मई 1997 को हुई थी। लेकिन शादी के इस बंधन में बंधने के बाद भी उसके पति ने उसकी निगाहों के सामने कई महिलाओं से नाजायज ताल्लुकात कायम किए। इससे उसे मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
जानकी ने यह भी आरोप लगाया था कि नारायण साईं ने हमेशा धर्म के नाम पर ढोंग किया है। उसने ज्यादा घोर अपराध यह किया है कि उसने अपने आश्रम की एक साधिका से अवैध संबंध बनाए। जब यह साधिका गर्भवती हो गई तो उसने मुझसे कहा कि वह दूसरी शादी करना चाहते हैं। जानकी ने आरोप लगाया कि जब उसने नारायण से कहा कि वह उसे तलाक देकर दूसरी शादी कर सकता है तो उसके पति ने उसे बताये बगैर ही इस साधिका से राजस्थान में दूसरी शादी कर ली और इस महिला से उसे एक संतान भी है। जानकी ने यह भी आरोप लगाया था कि जब मैं दूसरी महिलाओं से अपने पति के अवैध संबंधों पर आपत्ति जताती थी, तो वह मुझे धमकाते हुए खामोश रहने को कहता था।’
बहरहाल, अदालत ने आज नारायण साईं के अपराधो पर अपनी मुहर लगा दिया है और आरोप सिद्ध हो गया है। अब देखना होगा कि अदालत नारायण साईं को 30 अप्रैल के दिन क्या सजा सुनाती है। बताते चले कि नारायण साईं के पिता आसाराम बापू बलात्कार के मामले में पहले से ही जेल में सजा काट रहे है। धर्म के नाम पर जारी पिता पुत्र के इस आडम्बर का खुलासा वर्ष 2013 में हुआ था।