बसपा सुप्रीमों मायावती की जनसभा के बाद बदल सकती है फर्रुखाबाद की चुनावी फ़िजा
रॉबिन कपूर
फर्रुखाबाद: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती की 23अप्रैल को होने वाली चुनावी जनसभा की तैयारियाँ लगभग पूरी हो चुकी है है। जनसभा में भीड़ जुटाने के लिए दोनों पार्टियों के नेता पूरी ताकत झोंक रहे है। बसपा सुप्रीमों की इस चुनावी जनसभा गठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में भारी भीड़ जुटने कयास भी लगाए जा रहे है। कल की तय जनसभा के बाद से गठबंधन प्रत्याशी का चुनावी मैदान में प्रभाव और भारी होने के आसार नज़र आ रहे है। बसपा सुप्रीमों मायावती का प्रमुख उद्देश्य अपने दलित मतदाता को लुभाना होगा। फ़िलहाल कल होने वाली इस जनसभा पर सभी की नजरे लगी हुई है। अनुमान है कि कल की जनसभा के बाद जिले की चुनावी फिजा में भी बढ़ा परिवर्तन आ सकता है।
सपा-बसपा गठबंधन के स्वरूप के तहत फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से बसपा के पूर्व एमएलसी मनोज अग्रवाल को चुनावी मैदान में उतारा है। पूर्व में यादव बाहुल्य क्षेत्र नवाबगंज के अचरा में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव जनसभा कर चुके है। इसके बाद सपा नेताओं में काफी जोश आया और प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार में भी तेजी आयी है।बसपा सुप्रीमो दलित मतदाताओं के साथ साथ अन्य मतदाताओ में ऊर्जा का संचार करेंगी।
जनसभा में बैठने के लिए 10 हजार कुर्सियों की व्यवस्था :
बसपा सुप्रीमो को सुनने के लिए आने वाली भीड़ के बैठने की व्यवस्था कुर्सियों पर की गयी है। लगभग 10 हजार कुर्सियों को जनसभा में डाला गया है। मायावती के मंच को 32/24 फीट का बनाया गया है।
लखनऊ के बैनर व साउंड
जनसभा को सम्बोधित करने आ रही मायावती के लिए साउंड सर्विस लखनऊ से मंगायी गयी है। जादातर बसपा सुप्रीमो के कार्यक्रम में यही कारीगर साउंड लगाने की व्यवस्था करते है।
मायावती के मंच पर केबल 10 को मिलेगी जगह
बसपा सुप्रीमो की चुनावी जनसभा के मंच पर केबल दस लोगों के बैठने की व्यवस्था की गयी है। जिसमे बसपा और सपा के चार-चार पदाधिकारी शामिल है। बसपा व सपा के जिलाध्यक्ष,बसपा सेक्टर प्रभारी नौशाद अली,मंडल जोन इंचार्ज नरेश कुशवाह व प्रत्याशी मनोज अग्रवाल व सपा के सांसद मुन्नू बाबू, सहित कुल दस लोगों को जगह देनें पर विचार चल रहा है।बसपा जिलाध्यक्ष अजय दिवाकर ने बताया कि लगभग दस लोगों के बैठने की व्यवस्था की गयी है। लेकिन अभी नाम की सूची नही बनी है।