यहूदी प्रार्थनास्थल पर फायरिंग में एक की मौत तीन घायल
आफ़ताब फारुकी
सैन डिएगो। धर्म स्थल भी अब सुरक्षित नहीं रह गए है। पहले मस्जिद में गोलीबारी, उसके बाद चर्च में गोलीबारी की घटनाओ के बाद अब कैलिफोर्निया में यहूदी प्रार्थनास्थल में एक बंदूकधारी ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। सैन डिएगो काउंटी के शेरिफ बिल गोर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘गोलीबारी के दौरान, चार लोग घायल हो गए, जिन्हें पॉलिमर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में एक घायल ने दम तोड़ दिया और अन्य तीन की हालत अब स्थिर है।’ उन्होंने बताया कि घायलों में एक महिला और दो नाबालिग शामिल हैं। वहीं घटना में मारी गई महिला बहुत बुजुर्ग थीं।
गोर ने पत्रकारों को बताया कि सैन डिएगो से 19 वर्षीय एक किशोर को गोलीबारी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। जांचकर्ता उसकी सोशल मीडिया गतिविधि की समीक्षा कर रहे हैं और ऑनलाइन जारी किए गए एक खुले पत्र की वैधता की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस को सिनगॉग में गोलीबारी की घटना की जानकारी सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे मिली। गोलीबारी एक ‘एआर-15 टाइप राइफल से की गई थी। अमेरिका में गोलीबारी की कई घटनाओं में एआर-15 का इस्तेमाल किया गया है।
गोर ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद एक गश्त अधिकारी ने संदिग्ध पर गोली चलाई हालांकि वह अधिकारी उस समय ड्यूटी पर नहीं था। सैन डिएगो के पुलिस प्रमुख डेविड निस्लेइट ने बताया कि संदिग्ध को बाद में के-9 अधिकारी ने पकड़ा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घटना पर ‘‘गहरी संवेदना” व्यक्त की है। उन्होंने कहाकि अभी यह घृणा अपराध प्रतीत हो रहा है। प्रभावित लोगों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं और हम इस मामले की पूरी जांच करेंगे।