स्मृति ईरानी को प्रियंका गांधी ने यु लिया आड़े हाथो, कहा अमेठी और रायबरेली के लोग भीख नही मांगते, स्मृति ईरानी को भीख चाहिये तो आकर यहाँ मांगे
तारिक खान/प्रमोद दुबे
अमेठी। अमेठी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नीचा दिखाने के लिये यहां लोगों को जूते बांटकर नये विवाद को जन्म दे दिया है। इस मामले में प्रियंका गांधी ने जमकर स्मृति ईरानी को आड़े हाथो लिया और कहा है कि अमेठी और रायबरेली के लोग किसी से भीख नही मांगते है। उनको भीख अगर चाहिये तो आकर अमेठी और रायबरेली की जनता से ले। यह अमेठी का अपमान किया गया है। प्रियंका ने फुरसतगंज चौराहे पर आयोजित नुक्कड़ सभा में कहा कि स्मृति जनता से झूठ कह रही हैं कि राहुल अमेठी नहीं आते। यहां के लोगों को सारी सच्चाई पता है। जनता यह भी जानती है कि किसके दिल में अमेठी है और किसके दिल में नहीं। चुनाव में बहुत से बाहरी लोग आ गये हैं।
उन्होंने कहा ‘स्मृति ईरानी ने लोगों को जूते बांटे, यह कहने के लिये कि अमेठी के लोगों के पास जूते भी नहीं हैं पहनने के लिये। वह सोच रही हैं कि ऐसा करके वह राहुल जी का अपमान कर रही हैं। सच तो यह है कि वह अमेठी का अपमान कर रही हैं। अमेठी और रायबरेली की जनता ने कभी किसी से भीख नहीं मांगी’। उन्होंने कहा कि ‘आप इनको सिखाइये कि अमेठी और रायबरेली के लोग अपना सम्मान करते हैं, किसी के सामने भीख नहीं मांगते। भीख मांगना है तो वो लोग खुद आपसे वोटों की भीख मांगें’।
दरअसल स्मृति ने हाल में अमेठी के गौरीगंज क्षेत्र में एक जनसभा में कथित तौर पर कहा था कि बरौलिया गांव के प्रधान जब उनसे मिलने के लिये दिल्ली गये थे तो उनके पैरों में ठीक से चप्पल भी नहीं थी। ‘तब मैंने उसकी व्यवस्था करायी थी और गांव के विकास के लिये 16 करोड़ रुपये दिलवाये थे
प्रियंका गांधी ने कहा कि अमेठी में फूड पार्क बनने से क्षेत्र के पांच लाख किसानों को फायदा हो सकता था। फूड पार्क रुकवाया क्यों, स्मृति भला चाहती हैं तो अमेठी में फूड पार्क खोलेंगी या जूते बांटेंगी?’ उन्होंने कहा ‘आपने पुश्तों से देखा है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी अमेठी के गांव-गांव में जाते थे, आप अपने बुजुर्गों से पूछिये। उस वक्त ऐसा कोई नहीं था जिससे वह ना मिले हों। वहीं, वाराणसी में क्या स्थिति है? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने ही संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के एक भी गांव में हाल लेने नहीं गये।