सीजेआई पर कथित यौन शोषण का आरोप एक साजिश – अधिवक्ता उत्सव बैंस, अधिवक्ता ने सौपे सुप्रीम कोर्ट को सबूत, अदालत ने किया सीबीआई, आईबी और दिल्ली पुलिस के आला अफसरान को तलब
तारिक जकी/इमरान अख्तर
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में आज चीफ जस्टिस गंगोई पर लगे कथित यौन शोषण के आरोपों पर जाँच और सुनवाई शुरू किया। इस दौरान आज सुबह सबसे पहले अधिवक्ता उत्सव बैंस कोर्ट में पेश हुवे। कोर्ट नंबर चार में चल रही इस सुनवाई की बेंच में शामिल जस्टिस अरुण मिश्रा ने उनसे पूछा कि बताइये आप क्या कहना चाहते है।
इस पर एडवोकेट उत्सव उन साक्ष्यो जिनके आधार पर बैंस ने यह दावा किया था कि सीजेआई को फंसाने के लिए साजिश रची गई थी। उत्सव ने साक्ष्यो को अदालत में पेश करते हुवे कहा कि सीजेआई पर आरोप लगाने के पीछे बड़ी साजिश साजिश है। इसके खुलासे के लिए सील कवर लिफाफे में दस्तावेज़ पेश किया गया है जिसको खोलकर सबके सामने देखा जा सकता है। कोर्ट ने बेंस द्वारा सौंपे गए सबूतों को देखने के बाद सीबीआई डायरेक्टर, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और आईबी चीफ को कोर्ट में तलब किया है।
अधिवक्ता उत्सव बैंस ने दस्तावेजों में एक सीसीटीवी फुटेज भी है। दावा किया जा रहा है कि इससे खुलासा होगा कि किस प्रकार साजिश के तहत जस्टिस गंगोई पर आरोप लगाया जा रहा है। इसके बाद बेंच ने सीलकवर को खोला और एजी से कहा कि सीबीआई डायरेक्टर को कोर्ट चेंबर में बुलाया जाए। सीबीआई निदेशक मौजूद नहीं हैं, ऐसे में सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर कोर्ट में पेश होंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई डायरेक्टर, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और आईबी चीफ को 12।30 बजे मिलने के लिए बुलाया है। इस मामले पर तीन बजे फिर सुनवाई की जाएगी। सूचनाओ के अनुसार सभी सुप्रीम कोर्ट पहुच चुके है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वो सभी से मिलकर यह तय करेंगे कि इस मामले की जांच को कैसे आगे बढ़ाया जाए। क्योंकि इस मामले में संस्थान की छवि को खराब करने को लेकर एक बड़ी साजिश है।
इस दौरान अटॉर्नी जनरल तुषार मेहता ने कहा कि सीबीआई के डायरेक्टर इस समय दिल्ली से बाहर है, वह नहीं आ पाएंगे। ऐसे में ज्वाइंट डायरेक्टर कोर्ट आ सकते हैं। तुषार मेहता ने कहा कि संस्थान का नाम खराब करने के पीछे बड़ी साजिश है। इसके लिए एसआईटी बनाई जाए।
बता दें, सुप्रीम कोर्ट के वकील उत्सव बैंस ने दावा किया था कि सीजेआई रंजन गोगोई को बदनाम करने की साजिश रची गई ताकि वो इस्तीफा दे दें। बैंस ने ये भी दावा किया है कि इसके लिए उनसे भी संपर्क किया गया था और कहा गया था कि वो प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस करें। इसे लेकर एक युवक ने उन्हें 1।5 करोड़ रुपये तक देने का ऑफर दिया था। साथ ही उत्सव बैंस दावा किया कि उन्होंने इससे इनकार कर दिया और वो इस मामले की जानकारी देने सीजेआई के घर गए थे लेकिन वो उपलब्ध नहीं थे।
बताते चले कि मौजूदा समय में सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस गंगोई कई महत्वपूर्व मामले की सुनवाई कर रहे है। ऐसी आशंका व्यक्त किया जा रहा है कि इस प्रकार से उनके नाम को बदनाम करके उनके ऊपर गंभीर आरोप लगा कर एक साजिश के तहत सुप्रीम कोर्ट और चीफ जस्टिस कार्यालय को डिस्टर्ब करने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। इस सम्बन्ध में एक खबरिया चैनल ने कल शाम को एक वीडियो रिलीज़ किया था जिसमे कथित पीडिता एसएचओ से इस सम्बन्ध में कथित तौर पर बात कर रही है। भले ही चैनल कुछ दिखाना चाहता हो मगर विडियो को देख कर लगता है कि एसएचओ ने इस प्रकरण में उस महिला को समझाने का प्रयास किया है कि इस प्रकार के कथित आरोप न लगाये।
बहरहाल, सीबीआई डायरेक्टर, दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियो सहित पुलिस कमिश्नर और आईबी चीफ समाचार लिखे जाने तक सुप्रीम कोर्ट पहुच चुके है और मंत्रणा चल रही है। मामले की सुनवाई 3:30 बजे न्यायालय में दुबारा होनी है।