पानी की समस्या को लेकर जिलाधिकारी के, कड़े तेवर
प्रत्युष मिश्रा
इंटेक बेल का किया निरीक्षण।
इंटेक बेल के ऑपरेटर को अनुपस्थित पाए जाने के कारण किया, सस्पेंड।
1970 में बने दो इनटेक बेल की मरम्मत के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा।
बांदा -ं जिला अधिकारी के कड़े तेवर आज उस समय नजर आए जब लोकसभा चुनाव उपरांत भीषण पानी की समस्या को लेकर जिले के जलापूर्ति संस्थान भूरागढ़ के इनटेक बेल का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा इंटेक बेल मे तैनात संबंधित ऑपरेटर को अनुपस्थित पाए जाने पर, जहां सस्पेंड करने के आदेश दिए, वहीं संबंधित विभाग को कड़ी फटकार लगाते हुए पेयजल आपूर्ति को सुचारू रूप से चलाने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। और 1970 में बने जलापूर्ति के उद्देश्य से दो इनटेक बेल जो इस समय काफी जर्जर अवस्था पर आ गए थे, जिसके वजह से जल आपूर्ति होने में समस्या आ रही थी, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा इनकी मरम्मत के मद के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है।
बांदा जिला अधिकारी हीरालाल इन दिनों जिले की शान और सुर्खियों का माध्यम बने हुए हैं। चाहे लोकसभा मतदान के चुनाव को लेकर रहा हो, और चाहे आम जन समस्याओं के समाधान का रहा हो, जिलाधिकारी द्वारा तत्परता से समाधान करने का बीड़ा उठाया गया है। जो आज इसी क्रम पर पेयजल आपूर्ति समस्या को लेकर जिला अधिकारी हीरा लाल द्वारा आज भूरागढ़ जल संस्थान और जल आपूर्ति के लिए बने इंटेक बेल का निरीक्षण किया गया है।
निरीक्षण के दौरान इंटेक बेल ऑपरेटर अनुपस्थित पाए गए, जिनको जिलाधिकारी द्वारा तत्काल सस्पेंड किया गया। इतना ही नहीं जिलाधिकारी द्वारा पानी की समस्या को लेकर उत्तरदायित्व जल संस्थान के लोगों द्वारा पेयजल समस्या पर हीला हवाली करने और शिथिलता बरतने पर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए हैं। जल संस्थान के द्वारा पेयजल आपूर्ति के लिए 1970 में बने दो इनटेक बेल जो लगभग 50 वर्ष के हो गए हैं, और अब उनकी जीर्ण अवस्था होने के कारण पेयजल आपूर्ति करने में अक्षम साबित हो रहे हैं, जिन की मरम्मत के लिए जिला अधिकारी हीरा लाल द्वारा मद के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। और भूरागढ़ में जल संस्थान के पास में एक दूसरे इनटेक वेल बनाने को लेकर जिलाधिकारी द्वारा प्रस्ताव बनाकर मद के लिए शासन से मांग करने के लिए कहा। ग्रामीण क्षेत्रों पर पेयजल आपूर्ति को लेकर जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि 16 गांव में पानी की समस्या बनी हुई है। जिसको लेकर संबंधित विभाग और प्रशासनिक तंत्र की लापरवाही सामने आई है। इस समस्यागत विषय को लेकर संबंधित विभाग की सामूहिक बैठक कर इस समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। शहर की पानी की समस्या पर बोले जिलाधिकारी कहां शहर में स्थित सभी कुओं की साफ दृ सफाई की जाए, जिससे जल स्रोत में वृद्धि हो, और पानी की समस्या की कमी दूर की जा सके। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि अब पेयजल समस्या जिले में नहीं होने देंगे।