जिलाधिकारी ने किया प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण
गौरव जैन
रामपुर जनपद के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने जनपद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा गुणवत्ता परक शिक्षा प्रदान करने हेतु किए गए प्रबन्धन का स्थलीय सत्यापन करने के लिए पंजाबनगर स्थित माॅडल प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया।
माॅडल प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 01 से 05 तक की सभी कक्षाओं में पहॅुचकर जिलाधिकारी ने बच्चों के एडमीशन एवं उपस्थिति तथा कम उपस्थिति के बारे में अध्यापकों से पूछताछ की। कक्षा 01 के बच्चों से जिलाधिकारी ने गिनती, पहाड़े एवं दैनिक दिनचर्या के बारे में पूछा तथा सहायक अध्यापिका को निर्देश दिए कि बच्चों को पढ़ाने के साथ ही सिखाने पर विशेष जोर दिया जाय। जो विषय बच्चों को पढ़ाया जाय उसे उनके दैनिक जीवन से जोड़कर समझाएं।
कक्षा 02, 03 एवं 04, 05 में पहॅुचकर जिलाधिकारी ने स्वयं ब्लैक बोर्ड पर वर्णमाला, शब्दावली, उच्चारण आदि के बारे में बच्चों को अध्यापक की भांति सिखाया। बच्चों को प्रेरणादायी कहानियां सुनाकर उन्होंने शिक्षा के महत्व के बारे में बताया कि यदि आप पढ़ेंगे तभी सही और गलत का अन्तर कर पाने में सक्षम होंगे और तभी जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।
अध्यापकों की उपस्थिति पंजिका के अवलोकन के दौरान सहायक अध्यापिका रीता के लम्बे समय से अनुपस्थित होने का मामला संज्ञान में आया जिस पर जिलाधिकारी ने सहायक अध्यापिका को निलम्बित करने के निर्देश दिए।
उच्च प्राथमिक विद्यालय पहॅुचकर उन्होंने सर्वप्रथम आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया, जिसमें 73 पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष मात्र 07 बच्चे ही उपस्थित मिले तथा आंगनवाड़ी कार्यकत्री अनुपस्थित पाई गई। जिलाधिकारी ने आंगनवाड़ी कार्यकत्री को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
उच्च प्राथमिक विद्यालय की सभी कक्षाओं में जाकर जिलाधिकारी ने उपस्थिति एवं शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। कक्षा 06 और 07 में बच्चों को हिन्दी की पुस्तिका पढ़ायी तथा सही उच्चारण करने के तरीके भी बताए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी बच्चों को दैनिक दिनचर्या में नियमित साफ-सफाई के महत्व के बारे में बताया तथा अध्यापकों को निर्देश दिए कि वे बच्चों की दिनचर्या पर विशेष ध्यान दें।