मतदान के बाद अब मतगणना पर निगाहें
चट्टी-चौराहे पर बहस शुरू, की जा रही भविष्यवाणियां
प्रदीप दुबे विक्की
ज्ञानपुर, भदोही। जनपद भदोही लोकसभा सीट पर मतदान के बाद अब लोगों की निगाहें मतगणना पर टिकी है । मतगणना के परिणाम को लेकर लोगों द्वारा अलग-अलग प्रकार के दावे और पूर्वानुमान किए जा रहे हैं ।आफिस, कचहरी हो या गांव की चौपाल , चायसाला हो या काफी हाउस जहां भी चार-छ: लोगों का जमावड़ा होता है । कहीं न कहीं से किसी न किसी रूप में बातों का सिलसिला खुद-ब-खुद सरक कर चुनाव की पटरी पर अनायास ही जाया जाया करता है । लोकसभा की सीटं पर दलबदल निर्दल प्रत्याशियों की स्थिति के संबंध में मुल्यांकन शुरू हो जाया करता है । किस पोलिंग बूथ के आसपास किस प्रत्याशी के कार्यकर्ता के बूथ पर ज्यादा पर्चियां बन रही थी। कहां कम बन रही थी , कहां सन्नाटा छाया था और कहां कार्यकर्ताओं के मुख्य मंडल का रंग फीका पड़ गया था । इस तरह की तमाम बातों पर किस्म किस्म की चर्चा के बाद लोगों का ध्यान मतगणना पर केंद्रित हो जा रहा है। मतदान के आधार पर लोग मतगणना के पूर्वाकलन तथा पूर्वानुमान कर रहे हैं। कोई किसी पार्टी के प्रत्याशी की जीत की उम्मीद का इजहार कर रहा है । तो कोई दूसरे उम्मीदवार को विजय सुनिश्चित बताता है । कोई किसी प्रत्याशी को ही मुकाबले में बाहर घोषित कर उसकी पराजय बता रहा है ।कोई भाजपा- बसपा के बीच टक्कर, परिणाम कम संख्या से होने का दावा कर रहा है। सबका अपना-अपना अलग अलग नजरिया और पैमाना है । किसी का पैमाना जातीय व सांप्रदायिक आधार पर मतों का ध्रुवीकरण या बिखराव है तो किसी का पैमाना जज्बाती लहर ।इन्हीं दावों तथा पूर्वानुमान को लेकर लोगों में बहस हो रही है । जीत हार को लेकर शर्त बढ़ी जा रही है। तथा मतगणना के परिणाम की भविष्यवाणीयां की जा रही है । बहरहाल असलियत कुछ भी हो ,ऊंट किस करवट बैठेगा , यह 23 मई को मतगणना के बाद स्वयं स्पष्ट हो जाएगा । किसके आंगन में विजय की शहनाई का मंगल वादन होगा ।किसके द्वार पर अरण्यरोदन होगा , किस के आंगन में विजय का उल्लासपर्व होगा । तथा किसके यहां मातमी माहौल होगा। यह फैसला 23 मई को मतगणना के दिन वक्त खुद अपने हाथों से लिख देगा।