शुरू हुवे रोज़े, चेहरों पर आई रौनक

फारुख हुसैन

पलिया कलां खीरी-इस्लामी कैलेंडर के अनुसार पवित्र माह रमजान का आगाज मंगलवार से शुरू हो चुका है।जिसमें रोजेदारों के चेहरों पर अजीब सी खुशी और रौनक दिखाई दे रही है।वही बच्चे भी रमजान को लेकर काफी उत्साहित है।जहाँ बाजारो मे रोकन बढी है।वही मस्जिदो मे रोजेदारों की आमद से मस्जिदो की रौनक बढी है।जानकारी के अनुसार इस्लामी कैलेंडर के अनुसार सोमवार को चांद की तसदीक़ को जाने के बाद पूर्ण रूप से मंगलवार से पहला रोजा रखने का सिलसिला अकीदत के साथ शुरू हो चुका है रोजगार फजर की नमाज से पहले शहरी खाने के बाद रोजा रख रहे हैं तथा देर शाम मगरिब की नमाज पर रौजा अफतार करते हैं।इस बार का रोजा पिछली बार की अपेक्षा काफी मुश्किलों भरा है। इस बार मई में भीषण गर्मी और सूरज की तपस देखते ही लोग घरों में दुबक से जाते हैं।परंतु रमजान एक ऐसा त्यौहार है। जिसमें पूरे माह कुरान की तिलावत के साथ साथ नमाज अदा की जाती है।तथा रोजदारो पर इस गर्मी का कोई असर नही देखने को मिल रहा है।इस माह में जन्नत के दरवाजे खुल जाते हैं। बूढ़े हो जवान हो या बच्चे सभी लोग बड़े अकीदत के साथ से रोजा रखते हैं।तथा ईश्वर की आराधना मे लीन हो जाते हैं। रमजान शुरू होते ही तरह-तरह की दुकानें सज सी गई हैं सिवई तथा लक्ष्यों की दुकान सज सी गई है शाम ढलते ही रोजेदारों के खाने स्वादिष्ट व्यंजन भी 30 दिन लगातार बनते हैं वहीं अफतारी में तरह-तरह के पकवान बनाऐ जाते है वहीं लोग पूरे माह एक दूसरे को हो अफतारी कराते हैं यह महीना इबादत का महीना है इसमें गुनाह करने की कोई गुंजाइश नहीं है इस महीने में झूठ फरेब धोखा पूरी तरह से गुनाह है वहीं रमजान शुरू होते ही बाजारों की रौनक भी बढ़ सी गई है और मस्जिदों में नमाजियों की संख्या भी बढी है असर की नमाज के बाद भी तराबियो का दौर मस्जिदों में काफी देर रात तक चलता रहता है तथा ज्यादातर लोग तराबी पढ़ने के लिए घर से मसजिदों मे निकल जाते हैं।रमजान महीने की सभी ने मुबारक बाद दी है।

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