आन्ध्र प्रदेश में रेड्डी की आंधी में उड़े सभी, एकतरफा जीत के साथ जगन रेड्डी ने किया प्रदेश में सत्ता परिवर्तन
आदिल अहमद
आंध्र प्रदेश: जब देश भाजपा की केंद्र में प्रचंड बहुमत की सरकार पर ज़िक्र-ओ-फिक्र कर रही थी। तो शायद किसी की नज़र आंध्र प्रदेश में हुवे सत्ता परिवर्तन पर नही पड़ी है। लोकसभा चुनावों के साथ आन्ध्रा प्रदेश में हुवे विधान सभा चुनावों में एक तरफ़ा जीत हासिल करते हुवे वाईआरएस कांग्रेस के जगन रेड्डी ने इतिहास रचा और सत्ता परिवर्तन इस प्रकार किया कि वह विपक्ष बौने कद में नज़र आ रहा है।
आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत दर्ज करने वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी को शनिवार को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया। आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक वाईएसआर कांग्रेस ने 175 विधानसभा सीटों में से 152 सीटों पर जीत हासिल की। तेलगू देशम पार्टी का यहां बहुत बुरा हाल हुआ है और उसे केवल 22 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है। आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी वाईएसआर कांग्रेस की जीत के नायक बनकर उभरे हैं। जैसे ही चुनावी नतीजे सामने आए राज्य के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।
हालांकि राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन ने कहा है कि नायडू अगली सरकार बनने की प्रक्रिया शुरू होने तक पद पर बने रहें। 2014 के चुनावों में वाईएसआर कांग्रेस को 67 और टीडीपी को 103 सीटें मिली थीं। ऐसे में सवाल उठता है कि वो कौन सी वजह थीं जिससे वाईएसआर ने शानदार वापसी की और टीडीपी को सत्ता गंवानी पड़ी।