भाजपा नेता ने कहा – पीएम को ऐसा नही बोलना चाहिये था, राजीव गाँधी ने छोटी उम्र में बड़ी ज़िम्मेदारिया उठाई है, उनकी हत्या लिट्ठे ने योजनाबद्ध ढंग से किया

आफताब फारुकी

नई दिल्ली: जिस रफ़्तार से लोकसभा चुनाव अपने चरम पर पहुच रहा था वैसे ही नेताओ की ज़बानदराज़ी भी बढती जा रही है। दोनों तरफ से शब्दों के तीर इस्तेमाल हो रहे है और दोनों खेमो में लफ्जों की कमान खिची है। वैसे चुनाव आयोग ने कई बार इस मामले में नसीहत देने की कोशिश किया और चुनाव प्रचार तक को प्रतिबंधित किया मगर नेताओ के ज़बानी तीर रुकना कम नही हो रहे है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जहा चौकीदार चोर है के नारे को पुरे चुनाव में बुलंद रखा वही प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने दो हाथ और आगे जाते हुवे राहुल गांधी के पिता और पूर्व दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गाँधी पर तंज़ कसते हुवे उनको भ्रष्टाचारी नंबर 1 कह डाला। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि आपके पिता (राजीव गांधी) को भले गाजे बाजे के साथ मिस्टर क्लीन का खिताब मिला मगर उनके जीवन का अंत भ्रष्टाचारी नंबर 1 से हुआ।

प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद राहुल गांधी ने इसका जवाब रिस्पेक्टेड भाषा में देते हुवे कहा था कि झगडे का वक्त खत्म और अब फैसले की घडी है, झप्पी के साथ राहुल। इसके बाद इस मामले पर कांग्रेसी मुखर हो उठे और इस बयान की चतुर्दिक आलोचनाये शुरू हो गई। इन आलोचनाओं के बीच प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी को बाकी का चुनाव राजीव गांधी के मुद्दे पर लड़ने की चुनौती दिया जिसको कई प्रत्याशियों ने कबूल कर लिया और अपना चुनाव राजीव गांधी के नाम पर लड़ने की शपथ ले डाली। इसकी शुरुआत मोदी के संसदीय सीट वाराणसी से हुई जहा कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय ने शपथ लेकर अपना चुनाव राजीव गांधी को समर्पित कर दिया।

बाहर का विरोध झेल रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस बयान पर अब पार्टी ने नेता ने भी अपने कमान टाईट कर दिये है और भाजपा के अन्दर से इस बयान की आलोचनाये आज सामने आई। पीएम मोदी की इस टिप्पणी को कर्नाटक बीजेपी के श्रीनिवास प्रसाद ने अनावश्यक बताया है। भाजपा नेता श्रीनिवास प्रसाद ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा है कि लिट्टे ने योजना बनाकर राजीव गांधी की हत्या कर दी थी। भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण उनकी मृत्यु नहीं हुई। कोई भी ऐसा नहीं मानता है, यहां तक कि मुझे भी इसका विश्वास नहीं है। मेरा मोदी जी के प्रति बहुत सम्मान है, लेकिन उन्हें राजीव गांधी के खिलाफ बोलना नहीं चाहिए था। उन्होंने कहा कि ‘छोटी सी उम्र में ही राजीव गांधी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारियां थीं। श्रीनिवास प्रसाद ने कहा कि राजनीति में सबसे ऊंचा व्यक्तित्व रखने वाले वाजपेयी जी ने भी राजीव गांधी के बारे में कई अच्छी बातें की हैं।

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