बांदा पुलिस की भूमिका पर बड़ा सवाल, जब नाबालिग पीडिता का आरोप है कि दबंग ने बलात्कार किया है तो किस आधार पर थानेदार कह रहे नही हुई है सिर्फ छेड़छाड़
प्रत्यूष मिश्रा
बाँदा. मामला बाँदा के बिसंडा थाना क्षेत्र का है जहाँ एक 16 वर्षीय किशोरी के साथ ये दरिंदगी को अंजाम दिया गया है घटना के सम्बन्ध में पीडिता और उसके परिजनों के आरोपों के आदर पर दो दिन पहले 22 मई को शाम पीडिता पशुओं को चारा पानी देने पुरवा गयी थी, तभी तकरीबन 8 बजे अचानक गाँव का दबंग मनोज यादव वहां आ धमका और पीडिता को तमंचे की नोक पर धर दबोचा।
आरोप है कि आरोपी दबंग ने पीडिता के साथ बलात्कार किया और जान से मारने की धमकी देकर मौके से चला गया। पीडिता की चीख सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे और पीडिता को साथ लेकर बिसंडा थाने पहुंचे, थाने में मतगणना ड्यूटी की बात कहकर पुलिस ने उनकी फरियाद नहीं सुनी। 24 मई को पीडिता अपने परिजनों के साथ दुबारा थाने पहुंची तो थाने में पीडिता के मामले में मामुली छेड़छाड़ का मामला ही दर्ज कर पीडिता को भगा दिया गया और मामले को रफादफा करने की कोशिश शुरू कर दी।
आज पीडिता अपने परिजनों के साथ मुख्यालय आकर एसपी का दरवाज़ा खटखटाया लेकिन यहाँ भी उसे बिसंडा थाने के लिए ही रवाना कर दिया गया। वहीँ इस मामले में जब अपर एसपी से सवाल किया गया तो वह भी थाना पुलिस के बचाव की कोशिश करते दिखाई दिए। अपर एसपी ने बिसंडा थाने में दर्ज छेड़छाड़ के मुक़दमे को सही बताते हुए रेप पीडिता के आरोप को गलत बताया। अपर एसपी का कहना है कि मामले में कार्यवाही की जा रही है।