फनाह करने की गरज से चक्रवात तूफ़ान फानी दे सकता है भारत के इन राज्यों में दस्तक, फानी के वजह से इन शहरों से हटी चुनाव आचार संहिता
इमरान अख्तर
नई दिल्ली. अमनो सुकून की ज़िन्दगी को फनाह करने के मंशा के साथ चक्रवाती तूफान ‘फानी’ के भारत में आन्ध्र प्रदेश, ओड़िसा और पश्चिम बंगाल में जल्द ही आने की संभावना प्रकट किया जा रहा है। इसके ‘बेहद तीव्र’ होने की आशंका है, जिससे आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में गुरुवार तक भारी वर्षा होगी।
भारत मौसम विभाग ने मंगलवार शाम इस बारे में आगाह किया। आईएमडी ने चेतावनी दी है कि चक्रवात से घरों, संचार और बिजली नेटवर्क और रेल व सड़क अवसंरचना को नुकसान होने की संभावना है। ‘फानी’ के भारतीय पूर्वी तट की ओर बढ़ने पर नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज तथा हेलीकॉप्टर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की राहत टीमें को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है जबकि सेना और वायु सेना की टुकड़ियों को तैयार रखा गया है। आपात स्थितियों से निपटने के लिए देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने मंगलवार को दूसरी बार बैठक की और चक्रवाती तूफान से पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार के संबंधित विभागों की तैयारी की समीक्षा की।
चुनाव आयोग ने ओडिशा के 11 जिलों में लोकसभा चुनाव के लिए लागू आचार संहिता हटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपारा, भद्रक, बालासोर, मयुरभंज, गजपति, गंजम, खोरढा, कटक और जजपुर में फानी चक्रवात के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य को देखते हुए आचार संहिता हटाई गई है। आईएमडी ने मछुआरों को बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के गहरे समुद्री क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी है। साथ ही राज्यों ने मछुआरों को समुद्र में ना उतरने का परामर्श जारी किया है।