सांसद गौतम गंभीर ने गुरुग्राम में मुस्लिम युवक के साथ हुई घटना को बताया निंदनीय, किया उचित कार्यवाही की मांग
आदिल अहमद
नई दिल्ली। देश के अन्दर मात्र तीन चार दिनों में ही हुई कुछ घटनाओं ने मानवता को झकझोरना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में देश की राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में कुछ युवकों द्वारा एक मुस्लिम युवक के साथ मारपीट के खिलाफ भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद गौतम गंभीर ने निशाना साधा है। मुस्लिम युवक के साथ टोपी पहनने पर मारपीट की गई, और उससे जबरन ‘जय श्रीराम’ के नारे लगवाने के लिए दबाव बनाया गया। हाल ही में पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव जीतने वाले गौतम गंभीर ने सोमवार सुबह आरोपियों के खिलाफ ‘उचित कार्रवाई’ करने की बात करते हुए कहा कि ‘हम धर्मनिरपेक्ष’ देश हैं।
“In Gurugram Muslim man told to remove skullcap,chant Jai Shri Ram”.
It is deplorable. Exemplary action needed by Gurugram authorities. We are a secular nation where @Javedakhtarjadu writes “ओ पालन हारे, निर्गुण और न्यारे” & @RakeyshOmMehra gave us d song “अर्ज़ियाँ” in Delhi 6.— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) May 27, 2019
गंभीर ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘गुरुग्राम में मुस्लिम युवक से टोपी उतारने और जय श्रीराम के नारे लगाने के लिए कहा गया।’ यह निंदनीय है। गुरुग्राम प्रशासन की ओर से जरूरी कार्रवाई की जाए। हम एक धर्मनिरपेक्ष देश हैं, जहां जावेद अख्तर ‘ओ पालन हारे, निर्गुण और न्यारे’ लिखते हैं और राकेश ओम प्रकाश मेहरा दिल्ली-6 में ‘अर्जियां’ दिया है।
बता दें, गुरुग्राम में पारंपरिक टोपी पहनने के लिये 25 वर्षीय मुस्लिम युवक की चार अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर पिटायी की। पीड़ित की पहचान मोहम्मद बरकर आलम के तौर पर हुई है। मूलत: बिहार का रहने वाला आलम यहां के जैकब पुरा इलाके में रहता है। पुलिस में दी गयी शिकायत में आलम ने आरोप लगाया कि सदर बाजार मार्ग पर चार अज्ञात लोगों ने उसे रोका और पारंपरिक टोपी पहनने पर आपत्ति जतायी। उसने बताया कि आरोपियों ने उसे धमकी दी और कहा कि इस इलाके में इस तरह की टोपी पहनने की इजाजत नहीं है।
नफरतो के सौदागरों ने दिये गंभीर को जवाब
इस ट्वीट पर वैसे तो अधिकतर लोगो ने गंभीर के बातो का समर्थन किया मगर एक ऐसा भी यूज़र दिखाई दिया जिसकी नज़र में गंभीर का पोस्ट गलत था और ऐसा लगा कि जैसे वह घटना का समर्थन कर रहा हो। उसके जवाब को देख कर अब आप खुद अंदाज़ लगा सकते है कि सियासत ने आखिर किस तरह लोगो के दिमाग में ज़हर घोल रखा है।