समाजसेवी की कोशिश से मृत अज्ञात युवक की हुई पहचान, बिहार का रहने वाला था मृतक
आफताब फारुकी
प्रयागराज। समाजसेवी की कोशिश से बिहार के युवक की शनिवार दोपहर पहचान कर ली गई। 8 / 5 / 19 की सुबह वह मेजा थाना क्षेत्र के दिघिया गांव में ट्रेन से गिरकर घायल हो गया था और स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही मौत हो गई। पुलिस ने उसका शव लावारिस हालत में चीरघर में रखवा दिया था।
बिहार के अररिया जनपद में जोकी हाट थाना क्षेत्र के तारन गांव निवासी सुलेमान उम्र लगभग 22 वर्ष पुत्र मो. शकूर माता – पिता की अकेली सन्तान होने की वजह से परिवार के भरण – पोषण की जिम्मेदारी उसी पर थी। वह दिल्ली शहर में प्राइवेट नौकरी की तलाश में ट्रेन से जा रहा था। रास्ते में वह 8 / 5 / 19 को मेजा थाना क्षेत्र के दिघिया गांव के समीप ट्रेन से गिरकर घायल हो गया। हादसे की सूचना पर उसे उपचार के लिए स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया और शव को लावारिस हालत में चीरघर भेज दिया।
इस दौरान अस्पताल परिसर में मौजूद समाज सेवी ( अज्ञात गुमशुदा तलाश ) के एडमिन मोहम्मद आरिफ को उसके पास से मिले मोबाइल नम्बर ( 9931029125 ) से सम्पर्क किया तो मृत युवक का नाम व पता के सम्बन्ध में जानकरी मिली। इसके बाद समाजसेवी ने बिहार जनपद अररिया पुलिस से सम्पर्क किया और वहां से जोकीहाट थानेदार का नम्बर लिया और युवक के सम्बन्ध जानकारी दी। लगभग एक घंटे बाद पुलिस ने मृत युवक के परिजनो को खोज निकाला और समाजसेवी से फोन पर वार्ता कराई एवं मृतक की फोटो व्हाट्सअप पर लेकर पहचान कराया। मृतक की मां शाहिन बानों ने अपने रिश्तेदारों से सम्पर्क किया। जिसके बाद मृतक के फूफा मोहम्मद फारूक और मामा मो.शकील 11 / 5 / 19 को दिल्ली से प्रयागराज स्थित चीरघर पहुंचे और उसकी पहचान किया। इसके बाद शव को अन्तिम संस्कार के लिए बिहार ले गए ।