मुश्किल भरी होती जा रही है साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की राह, भाजपा के रहे कभी मंत्री कंप्यूटर बाबा ने खोला दिग्विजय के समर्थन में संतो के द्वार
करिश्मा अग्रवाल
भोपाल। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर भोपाल से संसद तक की राह जो अपनी जितना आसान समझ रही थी शायद वह उतनी आसान नही है। भाजपा के टिकट पर भाजपा की सीट बचाने की ज़िम्मेदारी लेकर उतरी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा के ही विरोध से दो चार होना पड़ रहा है। इस बीच अब बड़ी मुश्किल खडी करके कंप्यूटर बाबा बैठे है। कंप्यूटर बाबा ने दिग्विजय सिंह का समर्थन करते हुवे उनकी जीत के लिए सैकड़ो संतो के साथ धुनी रमा कर यज्ञ शुरू कर दिया। यही नहीं कई संत तो हठयोग तक करके बैठे है।
कभी भाजपा सरकार में मंत्री रहे कम्प्यूटर बाबा का असली नाम नामदेव त्यागी है। कम्यूटर बाबा तो प्रज्ञा ठाकुर को साध्वी मानने को ही तैयार नही है। उनका कहना है कि साधू हत्या, बम ब्लास्ट, आतंकवाद में साथ नही रहता है बल्कि धर्म के साथ रहता है। दिग्विजय के सियासी मंच को समर्थन देने वाले कंप्यूटर बाबा का कहना है कि प्रज्ञा ठाकुर को तो सिर्फ बलि का बकरा बनाया गया है। केंद्र की मोदी सरकार ने मंदिर बनाने का वायदा किया था, मंदिर नही तो सरकार नही। हम सभी संतो ने कह रखा है राम राम अबकी बार, बदल दो चौकीदार।
कोहेफिजा के सैफिया कॉलेज में डेरा जमा कर बैठे साधू संतो ने धुनी रमा रखा है। वही दिग्विजय सिंह भी कल अपनी पत्नी अमृता के साथ हवन करने और आशीर्वाद लेने गए थे। बताते चले कि कंप्यूटर बाबा एक साल पहले तक शिवराज सरकार में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री हुआ करते थे। कंप्यूटर बाबा को लोग शिवराज सिंह चौहान का करीबी भी मानते थे। वही दुसरे तरफ साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और शिवराज के बीच टशन थी। गोपनीय सूत्रों की माने तो शिवराज के तरफ से वो सहयोग नही मिल रहा है जो सहयोग की आशा प्रज्ञा ठाकुर को थी। आज हुवे अमित शाह के रोड शो में भी प्रज्ञा ठाकुर से ज्यादा फुटेज शिवराज सिंह चौहान की मिलने से भी साध्वी का खेमा थोडा असमंजस की स्थिति में है।
वैसे सरसरी तौर पर देखे तो पहले पायदान से भोपाल में चुनाव खड़ा करने वाली भाजपा इस बार थोडा नीचे सरकती दिखाई दे रही है। भोपाल में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के प्रशासक और भक्त है तो कंप्यूटर बाबा के भक्त भी है जिनकी तयदात साध्वी से अधिक बताई जाती है। जानकार कहते है कि कंप्यूटर बाबा का ऐसे खुल कर चुनावों में कांग्रेस को समर्थन करने भाजपा की एक बड़ी नाकामी को इशारा कर रही है। वही जानकार ये भी कहते है कि कंप्यूटर बाबा के समर्थन के बाद मतों की सियासत पर भी कांग्रेस को फायदा पहुच सकता है। आज अमित शाह का रोड शो भले ही भीड़ के साथ था मगर ध्यान देने वाली बात ये भी है कि रोड शो का मतों में तब्दील होना कोई ज़रूरी नही होता है। वही मुस्लिम मतों और सेक्युलर मतों की ख़ामोशी भी भाजपा खेमे में बेचैनी पैदा कर रही है।
दूसरी तरह आज कंप्यूटर बाबा अपने साथ संतो को लेकर सडको पर अमित शाह के रोड शो के पहले निकले और अपनी बातो को दोहराते हुवे कहा कि राम राम अबकी बात बदल के रख दो चौकीदार। ये एक अलग बात है कि एक जगह इकठ्ठा भाजपा कार्यकर्ताओ ने चौकीदार के नारे भी लगाये। इस दौरान कंप्यूटर बाबा ने लगातार कांग्रेस के पक्ष में और भाजपा के खिलाफ वोट करने की अपील किया।