तेज बहादुर की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई, चुनाव आयोग से अदालत ने मांगी ये जानकारी, कल होगी सुनवाई
तारिक आज़मी
वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राह का रोड़ा बनकर उभरे बीएसऍफ़ सिपाही तेज बहादुर यादव के नामांकन रद्द करने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई को तैयार हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से इस याचिका पर अपना रुख बताने को कहा है। साथ ही कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा है कि तेजबहादुर की शिकायत के समुचित बिंदुओं पर गौर कर कल जवाब दें। सुप्रीम कोर्ट कल गुरूवार को तेज बहादुर की याचिका पर सुनवाई करेगा।
बताते चले कि वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ ताल ठोंकने वाले बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख कर वाराणसी से सपा प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन पत्र खारिज करने के फैसले को चुनौती दी थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत सुनिश्चित करने की मंशा से उनका नामांकन पत्र रद्द किया गया।
गौरतलब हो कि वाराणसी जिला निर्वाचन अधिकारी ने 1 मई को तेज बहादुर यादव का नामांकन पत्र खारिज कर दिया था। तेज बहादुर यादव वाराणसी संसदीय सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में थे। यादव ने जवानों को खराब खाना दिए जाने संबंधी एक वीडियो इंटरनेट पर डाला था, इसके बाद 2017 में उन्हें सीमा बर्खास्त कर दिया गया था।
गौरतलब है कि वाराणसी से कुल 119 नामांकन में से सिर्फ 30 नामांकन पत्रों को स्वीकार किया गया है। बकिया सभी नामांकन पत्रों पर किसी न किसी गलती को दर्शाते हुवे ख़ारिज कर दिया गया है। इस दौरान मंदिर बचाओ आन्दोलन के मुखिया स्वामी अविमुक्तारेश्वरानंद के प्रत्याशी का परचा भी ख़ारिज कर दिया गया था, इसके विरोध में वह मुख्यालय पर ही धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान लगभग २२ घंटे के धरने के बाद जब जिला प्रशासन ने उनसे वार्ता करने की पहल नही किया तो स्वामी अविमुक्तारेश्वरानंद ने प्रण लिया कि वह 17 मई तक अपने आश्रम नही जायेगे और सडको पर ही घूम घूम के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ प्रचार करेगे।