डा0 मो. कमरे आजम का हुआ मेडिकल अफसर के रुप में चयन
उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड बलिया। स्थानीय नगर के उमरगंज मुहल्ला निवासी डा0 मु0 कमरे आजम का ईएसआई की परीक्षा में सफलता के बाद तिलक नगर, नई दिल्ली में मेडिकल अफसर के रुप में चयन होने से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मु0 कमरे आजम ने सन 2017 में जामिया हमदर्द मेडिकल कालेज नई दिल्ली से एमबीबीएस किया था। उनके सेवानिवृत पिता डा0 असगर अली सीएचसी सीयर में चिकित्सक पद पर कार्य कर चुके है। एमडी की परीक्षा की तैयारियों में जुटे डा0 कमरे आजम ने तीन वर्ष के दौरान एक बार होने वाली इएसआइ (इम्ंप्लाई स्टेट इंश्योरेंश) की परीक्षा पास कर तिलकनगर, नई दिल्ली में मेडिकल आफिसर के रूप में तैनात हुए हैं। उनकी इस सफलता से नगर व क्षेत्र में खुशी की लहर है। स्थानीय नेशनल पब्लिक स्कूल से 2008 में प्रथम श्रेणी से हाईस्कूल व ज्ञानकुंज स्कूल से भी 2010 में प्रथम श्रेणी से इंटरमीडिएट करने वाले कमरे आजम बाद में बीएचयू वाराणसी में बीएसई में दाखिला ले लिए। इस दौरान उन्हाने पीएमटी के लिए तैयारी शुरू कर दी। 2012 में पीएमटी परीक्षा पास कर उन्होने जामिया हमदर्द दिल्ली में एमबीबीएस में दाखिला लिया। 2017 में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद वहीं जूनियर रेजिडेंसी के रूप में कार्यरत रहे। इसी के साथ उन्होने एमडी की तैयारी भी जारी रखी। इस दौरान 26 दिसम्बर 2018 को उन्होनेें इएसआई की प्रतियोगी परीक्षा में भाग लिया। जिसमें क्वालीफाई करने के बाद उनकी तिलक नगर, नई दिल्ली में मेडिकल अफसर के रूप में तैनाती हुई है। डा0 कमरे आजम अपनी इस सफलता के पीछे अपने मां हसीबुल निशा व पिता डा0 असगर अली के आशीर्वाद के साथ ही ओएनजीसी में भू वैज्ञानिक के रूप में सिल्चर आसाम में तैनात अपने बड़े भाई मु0 फखरे आजम एवं भाई फारूख आजम के कुशल दिशा निर्देशन का हाथ मानते है। उन्होने इसी के साथ प्रतियोगी परीक्षार्थियों को सफलता के लिए नियमित 10 घंटे पढ़ाई करने की सलाह दी। कहा कि लक्ष्य निर्धारण व नियमित पढ़ाई ही सफलता की कुंजी है।