श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का हुआ आयोजन
कमलेश कुमार
अदरी(मऊ)घोसी विकास खण्ड के श्रीराम जानकी मंदिर पतीला के प्रागंण में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के आयोजन में भक्तों ने मंडप की परिक्रमा की। इस अवसर पर रासलीला में पुतना वध के मंचन का आयोजन किया गया। जो राम गोपाल दास व्यास श्रीधाम वृन्दावन मथुरा से पधारे है। कलाकारों के मनमोहक व भावपूर्ण प्रस्तुति ने दर्शकों का मनमोह लिया। इस दौरान भारी संख्या में जुटे शद्धालुओं द्वारा गगनभेदी नारे लगाते रहे।
इस दौरान रासलीला में पुतना वध का मंचन किया गया। आकाशवाणी होती है कि कंस को मारने वाले तो गोकुल मे जन्म ले चुका है। यह सुन कंस घबडा गया और उसने उसीदिन गोकुल में एक दिन से लेकर एक माह के बच्चों मार देने की योजना बनाई। इसके लिए अपने अधीन काम करने वाली पूतना नामक राक्षसी का सहारा लिया। पुतना एक सुन्दर रूप बनाकर ब्रज मे जाती है और एक दिन से लेकर एक माह के बच्चों को स्तनपान के बहाने विषपान कराकर मार देती है। इधर नंद बाबा के घर कृष्ण जन्म पर गोकुल गांव में बधाई होती है अभी कृष्ण केवल छह दिन के ही हुए थे कि पुतना वाहा पहुच जाती है यशोदा से दुर की बहन का रिस्ता जोड लेती है। उसके बाद यशोदा अपने घर के काम काज में लग जाती है। इतने में भगवान कृष्ण को अकेला देखकर अपना स्तनपान कराती है। भगवान कृष्ण ने स्तनपान के साथ उसका प्राण भी पी जाते है। पुतना के मर जाने के बाद भगवान कृष्ण माता के समान मानकर वैकुन्ठ भेज दिया। वहीं दर्शको नें बीच बीच में जय श्रीकृष्ण के नारे भी लगाते रहे। कलाकारों के इस मंचन ने समा बांध दी। इस लीला को देखने के लिए दर्शकों और श्रद्धालुओं से खचाखच भरे पंडाल में महिलाओं, युवतियों एवं बच्चों का उत्साह देखते बनता था। ये दृश्य देख लोग भावविभोर हो गये। रासलीला के पात्र स्वामी बबलू तिवारी, राम गोपाल दास, रामवृक्ष तिवारी, राज पाल तिवारी सहित सैकड़ों श्रद्धलु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजक स्वामी नाथ राय है।