थरूहाट के 20 गांव में बिजली गुल, ग्रामीणों का प्रदर्शन, कहा – नहीं आती बिजली बस आते हैं बिल
फारुख हुसैन
गौरीफंटा. भारत नेपाल सीमा पर बसे थारू जनजाति के गांव में आधा दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर तेज आंधी तूफान की वजह से सड़कों पर बिखरे पड़े हैं ! विद्युत विभाग के सर्वे के अनुसार तकरीबन 175 खंभे जो प्रधानमंत्री विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत लगाए गए थे वह दो माह में ही टूट कर गिर गए जिससे सड़कों पर बिजली के तार फैले पड़े हैं।
जिसकी सूचना पिछले हफ्ते समय-समय पर विद्युत उपखंड अधिकारी पलिया को दी जा चुकी है लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही आपको बता दें कि जेई ट्रांसफार्मर महीनों बीत जाने के बाद भी इलाके का दौरा करने नहीं आए हैं ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन बिजली खराब होने की वजह से गांव में रोशनी की खासी दिक्कत हो रही है!
थरूहाट के पंचम खेड़ा इलाके में गिरा ट्रांसफार्मर 15 दिन बीत जाने के बाद भी लग नहीं पाया है पंचम खेड़ा निवासी भिखारी का कहना है कि ट्रांसफार्मर 15 दिन हो गए हैं लेकिन विद्युत विभाग का कोई भी अधिकारी इसे देखने नहीं आया है साथ ही छेदिया पूरब के सुडा बाजार स्थित एक ट्रांसफार्मर खिसक कर खंभे से नीचे जमीन में आ गया है विद्युत सप्लाई सुचारु रुप से चल रही है कभी भी कोई हादसा हो सकता है लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी इसे भी देखने नहीं आ रहे हैं!
थारू इलाके के बजाही, पिपरौला, देवराही, बेरिया, ढकिया, सरिया पारा आदि गांवों में पंद्रह दिन से बिजली गुल है।
पंचम खेड़ा में हुए प्रदर्शन मे भिखारी, जगना, राम दास, दुखन, राम भरोसे, घुम्मन, जगत राम, भीखा राम , चौरंगी के साथ दर्जनों महिलाओं ने भी विद्युत विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की।