राहगीरों व वाहन चालकों के लिए घूमते आवारा पशु बन रहे खतरे का सबब
प्रदीप दुबे विक्की
जंगीगंज, भदोही।शहर की सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों व राहगीरों के लिए खतरा साबित हो रहे हैं।बरसात शुरू होने के बाद सड़क पर मवेशियों का जमावड़ा बढ़ गया है।
गोपीगंज भदोही। सबसे अधिक समस्या जी टी रोड की है। आए दिन वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। पशुओं के स्वच्छंद विचरण से आवागमन बाधित होने के साथ राहगीरों को आने-जाने में जानवरों का भय बना रहता है। सुबह से लेकर रात तक आवारा पशु सड़कों पर डटे रहते हैं। इन्हें सड़क से भगाने की कोशिश में ही दुर्घटनाएं घट जाती हैं। सबसे ज्यादा परेशानी बाजार के अन्दर होती है जब ये आवारा पशु बाजार में घुसकर अव्यवस्था उत्पन्न करते हैं और इन्हें भगाने की कोशिश में कई लोग घायल हो जाते हैं।
खानापूर्ति कर भूले अभियान- यातायात व्यवस्था बनाने के लिए पिछले साल नगर पालिका के अधिकारी को आवारा मवेशियों को पकड़ने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर के आदेश का नपा के अधिकारियों ने चार दिन ही पालन किया, जिसमें दर्जन भर मवेशियों को पकड़ा गया। इसके बाद आवारा मवेशियों को पकड़ने की मुहिम दम तोड़ गई। शहर में हर चौक-चौराहों पर आवारा मवेशियों का झुंड देखा जा सकता है। एनएच पर जगह-जगह सड़क के बीचों-बीच मवेशी एकत्र रहते हैं। ऐसे में ये कई बार सड़क दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। मवेशियों के अचानक सामने आ जाने के कारण वाहन चालक अपना नियंत्रण खो बैठते हैं और फिर दुर्घटना होते देर नहीं लगती। दोदिन से जी टी रोड पर एक पशु वाहन की चपेट मे आने से दुर्घटना का शिकार हो गया परन्तु पालिका या एन एच आई उसको उठा नही रही है। शहर की सड़कों पर आवारा जानवरों का कब्जा होने के पीछे बहुत हद तक पशु मालिक भी जिम्मेदार हैं। मवेशियों से हित साधने के बाद इन्हें सड़कों पर आवारा घूमने के लिए इस तरह छोड़ दिया जाता है जैसे मवेशियों से उनका कोई नाता न हो। दुर्घटना में मवेशियों की मौत के बाद वे मुआवजा के लिए जानवरों पर दावा करते हैं।