गौपालक योगीराज में गौशाला के नाम पर व्यापक भ्रष्टाचार व घोटाला
तारिक़ खान
बस्ती, 21 जुलाई 2019। उत्तर प्रदेश में हिन्दू हृदय सम्राट व गौपालक योगी जी के राज में भी गौशाला के नाम पर व्यापक भ्रष्टाचार व घोटाला सामने आया है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री मा0 योगी जी गायों के प्रति बड़ी ही उदार सोच व साफ नीति रखते हैं तथा वह स्वयं मुख्यमंत्री आवास पर भी गाय पालते हैं व खुद सुबह उनकी देखभाल भी करते हैं परंतु यह दुखद व निंदनीय है कि स्वयं हिन्दू हृदय सम्राट व गौपालक योगीजी के राज में उ0प्र0 में व्यापक स्तर पर गौशाला के नाम पर व्यापक भ्रष्टाचार व घोटाला लगातार सामने आ रहा है तथा गौशालाओ में भी गायों की बदतर स्थिति बनी हुई है जिसका ताजा उदाहरण प्रयागराज में 35 गायों की मौत के तुरंत बाद बस्ती जिला के विक्तमजोत ब्लॉक अंतर्गत दुबौली दुबे गांव के गौशाला की दुर्दशा है जिसमे खाने व जल के अभाव में 5 गायें मर चुकी हैं व आज रिपोर्ट की आंखों के सामने एक गाय मरणासन्न हालत में थी लेकिन दुखद तो यह है कि मौके पर एकमात्र अजनबी के अलावा गौशाला की देखरेख करने वाला कोई नही मिला।
बता दें कि पूर्वनिर्धारित योजना के तहत हिन्दू युवा वाहिनी के बस्ती जिलाध्यक्ष अज्जू हिंदुस्तानी के निर्देशानुसार विक्रमजोत ब्लॉक अध्यक्ष माता प्रसाद कसौधन, संयोजक विजय कुमार पाण्डेय, जिला कार्य समिति के सर्वजीत सिंह, महामंत्री राम जग, कोषाध्यक्ष दीप नारायण सिंह, उपाध्यक्ष फूलचन्द्र मोदनवाल, परमेंदु वेलफेयर सोसाइटी के सचिव राकेश कुमार पाण्डेय आदि की टीम उपरोक्त दुबौली दूबे गांव के गौशाला का जब निरीक्षण करने पहुंची तो वहां सब कुछ अस्त व्यस्त नजर आया जिसमे गौशाला की बाउंड्री तक नही है, एकमात्र गेट टूटा हुआ है, दो सामान्य नादा में अनेकों गायों के खाने की दिखावटी व्यवस्था मिली तो उनके जल के लिए पर्याप्त व्यवस्था तक नदारद थी जबकि खाने के स्टॉक का अता-पता नही था। इस गौशाला में व्यवस्था के नाम पर एक अजनबी मिला जोकि कोई संतोषजनक उत्तर नही दे सका फिर भी उसने बताया कि कुल पंजीकृत 35 गायों के सापेक्ष मात्र 22 गायें है। शेष के बारे में पूछने पर पहले तो वह अनभिज्ञता जाहिर किया लेकिन बाद में बताया कि विगत दो दिन में ही 5 गायें मर चुकी हैं जिन्हें यहीं जमीन में चुपके से गाड़ दिया गया है जबकि रिपोर्टर के सामने ही एक गाय मरणासन्न हालत में मिली। इन गायों के स्वास्थ्य व देखभाल की कोई व्यवस्था तक नजर नही आई। उस अजनबी ने यह भी बताया कि गौशाला के नाम पर ग्राम प्रधान ने खुद के कुछ दुधारू गाये यहां रखी हैं जिनका दूध सुबह दुहकर बेचने के बाद वह गायों को खुला छोड़कर चला जाता है व रात में उन्हें फिर यहीं खूंटे से बांध देता है। बगल से गुजर रहे ग्रामीणों ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर दबे स्वर में बताया कि इस गौशाला का मालिक खुद ग्राम प्रधान है जिसके दबंगई के आगे ग्रामवासी, रोजगारसेवक, सेक्रेटरी व वीडियो आदि कोई मुंह नही खोलता जिसके कारण ही यह गौशाला भी व्यापक भ्रष्टाचार व घोटाले का अड्डा बना हुआ है। अब देखना दिलचस्प होगा कि खुद योगी जी की हिन्दू युवा वाहिनी के लोगों द्वारा निरीक्षण के बाद इस गौशाला के नाम पर व्यापक भ्रष्टाचार व घोटाले व 5 गायों की मौत के मामले में प्रशासन व योगी सरकार क्या कार्यवाही करती है? फिलहाल गायों की दुर्दशा के कारण स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया है।