वर्षात के पानी से हजारो एकड़ खेत जलमग्न, लाखो का नुकसान, एसडीएम की पहल पर रेगुलेटर का फाटक खुला

उमेश गुप्ता

बिल्थरारोड (बलिया)। इस क्षेत्र में लगातार वर्षात होने के कारण क्षेत्र के काईली मुहान ताल नदी का रुप ले लिया है। जिससे दर्जनों ग्रामों में धान की रोपाई करने में जहां काफी मुसीबत खड़ी हो गयी है, वहीं काफी संख्या में खेत जलमग्न हो जाने से रोपाई अभी शेष रह गयी है। कुल मिलाकर हजारो एकड़ उपजाऊ खेत जलमग्न हो चुके हैं। इसमें किसानों का लाखो-लाख रुपये का नुकसान हुआ है। सिंचाई विभाग का हल्दीरामपुर रेगुलेटर का फाटक अभी भी बन्द चला आ रहा था जो एसडीएम मोतीलाल यादव के निर्देश पर खोला गया। इसके लिए शुक्रवार को दोपहर में किसानों ने हल्दीरामपुर रेगुलेटर पर हंगामा भी खड़ा कर दिया था।

इस समय घाघरा नदी का जल स्तर काफी नीचे है। फाटक के खुल जाने से ताल में जमा वर्षात का पानी नदी में धीरे-धीरे निकलना शुरु हो गया है। इा सम्बन्ध में इस आशय की शिकायत ग्राम महेन्द्रआ के निवासी किसान राधेश्याम सिंह ने एक आवेदन पत्र के माध्यम से एसडीएम बिल्थरारोड मोतीलाल यादव से से की जिस पर त्वरित एक्शन लेते हुए तत्काल सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियान्ता से मोबाईल नं. 9452058904 पर बात करने का प्रयास किया तो पहले काल डाइवर्ड मिला फिर तत्काल स्वीच आफ कर दिया गया। लेकिन फिर बाद में अपने जुई निमिश कुमार गुप्ता को भेज रेगुलेटर का फाटक खालवा दिया। एसडीएम यादव ने उक्त शिकायती पत्र को अपने स्टेनो से डाक द्वारा भेजने का आदेश दे दिया।

जलमग्न होने में प्रभावित ग्राम

सहिया, हल्दीराम पुर, शाहपुर अफगा, तेलमा जमालुद्दीन पुर, पिपरौली बड़ा गांव, चंदाडीह, कड़सर, बहुता चक उपाध्याय, चैनपुर, महिन्दुआ, करनी आदि ग्राम शामिल हैं।

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