वाराणसी – मुर्गा कारोबारियों के साथ लूट करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया विक्रम सिंह ने, तीन हिरासत में
ए जावेद
वाराणसी. एक माह के भीतर एक ही थाना क्षेत्र में दो लूट। लूट का तरीका एक ही और लूट का शिकार भी एक कारोबार से जुड़े होने से वाराणसी पुलिस को एक चुनौती की तरह केस लगा। अँधेरे में भूसे के ढेर पर सुई तलाशने जैसे था। मुर्गा कारोबारियों को फोन पर सस्ते दामो पर छोटे मुर्गे देने की बात करके खुद को फार्मर बता कर सुनसान इलाको में बुलाकर उनको लुट लेना इन लुटेरो ने पेशा बना रखा था। थोड़े अंतराल में दो लूट की एक जैसी घटना होने से वाराणसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थाना फूलपुर और क्राइम ब्रांच की टीम गठित कर घटना का खुलासा करने की ज़िम्मेदारी दिया।
अंततः क्राइम ब्रांच और फूलपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने इस अजीबोगरीब गिरोह को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह का सरगना पहले तो खुद मुर्गा बेचने का व्यापार करता था। इसके बाद अपने जान-पहचान के मुर्गा कारोबारियों को मुर्गा बेचने के बहाने बुला कर लूटने लगा। पहली घटना इसने बीते 13 जून की रात को फूलपुर क्षेत्र के हिरामनपुर में किया था, जहा इसने नई सड़क के मशहूर बड़े मुर्गा कारोबारी को मुर्गा बेचने की बात फोन पर किया और पैसे गाडी के साथ भेजने को कहा। कारोबारी ने अपने कर्मियों को माल लेने पैसे के साथ गाडी लेकर भेज दिया। फोन पर लोकेशन समझते हुवे मुर्गा कारोबारी के कर्मचारी हीरामनपुर के सुनसान इलाके में पहुचे। बदमाशों ने उन कर्मियों से असलहे के बल पर एक लाख एक हज़ार रुपये लूट लिए थे।
इसके बाद पिछले हफ्ते ऐसी ही एक घटना उसी क्षेत्र में अंजाम दिया जब जैतपुरा थाना क्षेत्र के सरैया इलाके के एक कारोबारी से इसी तरह से 65 हज़ार की लूट किया गया। एक तरीके की दो घटनाओ के बाद मामले में एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने तफ्तीश क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह को सौंपी। उन्होंने सर्विलांस और मुखबिर की मदद से आरोपियों को चिन्हित किया।
तीनों को रविवार की रात फूलपुर क्षेत्र के डांगरडीह मोड़ के पास से एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह, इंस्पेक्टर फूलपुर अजय कुमार श्रोतीय, सिधौरा चौकी प्रभारी संजीत कुमार, एसआई प्रदीप यादव, सुमंत सिंह, पुनदेव सिंह, घनश्याम वर्मा, रामभवन यादव, सुरेंद्र मौर्या, रामबाबू, कुलदीप सिंह, चंद्रसेन सिंह और सुनील राय की टीम ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान जौनपुर जिले के केराकत थाना अंतर्गत सोहनी गांव निवासी दीपक सिंह व अजीत सिंह उर्फ रोशन तथा चंदवक थाना के कछवन के अभिषेक सिंह उर्फ पप्पू के रूप में हुई। हिरासत में लिए गए तीनों के पास से 56 हजार चालीस रुपये, छह मोबाइल, एक तमंचा, दो कारतूस और दो बाइक बरामद की गई है।
घटना के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर पुलिस को अभिषेक ने बताया कि वह मुर्गा कारोबार करता था। इस कारोबार में उस पर 18 लाख रुपये का कर्ज हो गया था। उसके दोस्त अजीत ने सलाह दी कि वह अपने परिचित मुर्गा व्यापारियों को बाजार से सस्ते दाम में मुर्गा सप्लाई का लालच दे कर सुनसान जगह पर बुला कर लूट लिया करे। इस पर तीनों दोस्त मुर्गा व्यापारियों से लूटपाट करने लगे।
घटना का सफल खुलासा होने के बाद गिरफ्तार आरोपियों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने पत्रकारों के सामने पेश किया, जहा से उनको न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। गिरफ्तार अभियुक्तों ने तीन लूट की घटनाओ को अंजाम देना स्वीकार किया है। वही गिरफ्तार अभियुक्तों का पुलिस अपराधिक इतिहास खंगाल रही है।