बख्शे नहीं जायेगे दुधवा को नुकसान पहुंचाने वाले – डी डी मनोज सोनकर
फारुख हुसैन
गौरीफंटा. मानसून सत्र में दुधवा नेशनल पार्क में कटरूआ और धरती का फूल बीनने वाले लोगों की ओर से वन्यजीवों को पहुंचाए जा रहे नुकसान को देखने के लिए डिप्टी डायरेक्टर दुधवा की ओर से वन कर्मियों को मानसून गश्त की चेतावनी दी । उन्होंने दुधवा गौरीफंटा मार्ग पर कौवा घटिया होते हुए कीरतपुर तक पैदल गश्त करते हुए कटरुआ और धरती का फूल बीनने वाले लोगों को चेतावनी दी कि वह जंगल में नाजायज रूप से कोई भी जंगल के नियमों का उल्लंघन करेगा तो कानून के दायरे में आएगा।
सोनकर का कहना था कि वन्यजीवों को अपनी तरह से रहने का अधिकार है कटरूआ और धरती का फूल पीने वाले लोग उनके प्राकृतिक आवास को नुकसान पहुंचाते हैं जिसे मना करने के लिए यह मानसून गस्त का आयोजन किया गया है इसमें सभी वन दरोगा, वन कर्मी, वाचर आदि लोग भी हिस्सा ले रहे हैं । सोनकर ने बताया कि आने वाले समय में भारत नेपाल की सीमा जहां दुधवा नेशनल पार्क को टच करती है हम मानसून गस्त के तहत वहां भी अपनी गस्त को मजबूत करेंगे और आने वाले चुनौतियां पर काम करेंगे!