किसी ने कहा जुर्म तो किसी ने कहा ज़ुल्म, कर्णाटक के दो बड़े नेता मुम्बई पुलिस के हिरासत में
तारिक आज़मी
कहा जाता है लोग अलग अलग, नज़रिये अपने अपने। अब इसी घटना को देख ले। जहा एक तरफ कर्णाटक में कर कर नाटक जैसे राजनैतिक संकट पर कुछ लोग इसको सियासत में जायज़ मान रहे है, वही कुछ है जो इसको सियासी कुवत का गलत इस्तेमाल मान रहे है। मौजूदा घटनाक्रम में आज कर्णाटक के दो बड़े नेता को मुम्बई पुलिस ने होटल के बाहर से हिरासत में ले लिया है। ये वही होटल बताया जा रहा है जहा बागी विधायक ठहरे हुवे है।
घटनाक्रम के मुत्ताल्लिक मिली जानकारी के अनुसार कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन सरकार से अब तक 16 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं सरकार बचाने की जुगत में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सभी मंत्रियों के इस्तीफे करवा दिए हैं। मंगलवार को स्पीकर ने इनमें से 8 इस्तीफे नामंजूर भी कर दिए हैं।
आज बुधवार को मुंबई के एक होटल में ठहरे हैं करीब एक दर्जन विधायकों ने पुलिस को बताया है कि कुमारास्वामी से उन्हें खतरा है। जिसके चलते होटल के बाहर सुरक्षा के मद्देनजर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। बुधवार यानि आज कर्नाटक सरकार में मंत्री डीके शिवकुमार और जेडीएस विधायक शिवलिंगे गौड़ा बागी विधायकों से मुलाकात करने के लिए मुंबई पहुंच गए हैं। यहां उन्हें रोकने के लिए होटल के बाहर पुलिस बल और दंगा नियंत्रण पुलिस लगाई गई है।
मुंबई पुलिस ने बुधवार को उस होटल के समीप निषेधाज्ञा लगा दी जहां कर्नाटक के कांग्रेस और जद(एस) के बागी विधायक ठहरे हुए हैं। इससे पहले कांग्रेस नेता और कर्नाटक के मंत्री डी के शिवकुमार को पवई इलाके के रिनेसन्स होटल में प्रवेश करने से रोक दिया गया। हालांकि वह कांग्रेस-जद(एस) सरकार को गिराने से रोकने की कवायद के तौर पर बागी विधायकों से मुलाकात करने पर अड़े रहे। होटल के बाहर इंतजार कर रहे कांग्रेस नेता शिवकुमार और मिलिंद देवड़ा को पुलिस ने हिरासत में लिया।