तराई में एक और बाघ की मौत, नहर में तैरता मिला मृत बाघ का शव
फारुख हुसैन
लखीमपुर (खीरी) तराई की तलहटी अब बाघों की कब्रगाह बनती जा रही हैं। लखीमपुर खीरी जिला वनराज यानी बाघों की जान का दुश्मन बनता जा रहा है, बीते साल से अब तक एक दर्जन से ज्यादा बाघों की जाने रहस्यमय हालात में चली गई वन अधिकारी सरकारी जांच के नाम पर एक के बाद एक बाघ की मौतों को जांच के नाम पर फाइलों में कैद कर अलमारियों में बंद करते गए।
थाना फरदान इलाके में बिजौली नहर में एक बार फिर एक बाघ का शव तैरता मिला। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाघ के शव को नहर से बाहर निकाला और सरकारी रस्म अदायगी करते हुए उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा ।लेकिन बड़ा सवाल यही है कि हर बार की तरह वन अधिकारी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले में इतिश्री क्यों कर लेते हैं क्या बाघों की सुरक्षा के लिए लगाए गए वन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।