वृक्षारोपण हेतु जन जागरूकता कार्यक्रम हुआ आयोजित

संजय ठाकुर

मऊ : वन महोत्सव 01 जुलाई से 07 जुलाई,2019 पर्यावरण गोष्ठी एवं 22 करोड वृक्षारोपण हेतु जन जागरूकता कार्यक्रम जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में नगर पालिका कम्यूनिटी हाल बकवल में सम्पन्न हुआ। उक्त अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि वन महोत्सव भारत सरकार द्वारा वृक्षारोपण को प्रोत्साहन देने के लिए प्रति वर्ष जुलाई के प्रथम सप्ताह में आयोजित किये जाने वाला एक महोत्सव है वन महोत्सव का मतलब पेड़ो का उत्सव है। वन हमारे लिए काफी जरूरी है क्योकि वन हमारी प्रकृति और मनुष्य जीवन में सतुलन बनाये रखने में काफी अहम है।

उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि वन ही जीवन है इसलिए हमे वनो को बचना चाहिए जिससे प्रकृति में संतुलन बना रहे। भारत के प्रत्येक नागरिक को वन महोत्सव सप्ताह में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। हम लोग अपने जीवन में कई प्रकार से उत्सव मनाते है, पारिवारिक, सामाजिक, धार्मिक एवं राष्ट्रीय उत्सवो में लोग बढ़चढ़ कर भाग लेते है। परन्तु वन महोत्सव इन सबसे बढ़कर ऐसा उत्सव है जो हमारे जीवन को सच्चा सुख प्रदान करता है। यह महोत्सव हमे प्रकृति से जोड़ता है। यह हमे याद दिलाता है कि वनो के बिना मनुष्य का कल्याण नही है वन समस्त प्राणी जगत का उत्तम साथी है वृक्षो का समूह जो कि वन कहलाता है हमारे जीवन के आधार है वृक्षों की वजह से ही हमारी धरती हरी-भरी है वन, उपवन, बाग-बगीचे पृथ्वी पर जीवन और सौन्दर्य के साकार रूप है।

उन्होंने कहा कि इनकी रक्षा के लिए प्रयत्न करना आवश्यक है नए-नए वृक्षो को लगाकर वनो को घना करना वन क्षेत्र बढ़ाना वन महोत्सव का एक अंग है। तथा बताया गया कि धरती पर जीवन हरे-भरे पेड़ पौधो की वजह से है। यदि हरियाली नही होगी तो जीवन भी सम्भव नहीं है। मानव जो कार्बन डाइआॅक्साइड छोड़ता है वह हानिकारक होती है। इस हानिकारक कार्बन डाइआॅक्साइड को पौधे ग्रहण करते है और बदले में आक्सिजन छोड़ते है। जो सांस लेने के लिए महत्वपूर्ण होती है। बिना आक्सिजन के जीवन सम्भवन नही है। उक्त अवसर पर वनाधिकारी द्वारा बताया गया कि मनुष्य का जीवन जंगल से शुरू हुआ था मुनष्य धीरे-धीरे जंगल की तरफ से शहर की तरफ अग्रसरित हुआ है वन महोत्सव का आयोजन इस लिए किया जाता है कि इसके द्वारा लोगो को पर्यावरण के बारे में जागरूक किया जा सके कि वृक्ष हमारे जीवन की एक अहम इकाई है इसलिए हमे अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करना चाहिए तथा उसकी देख-रेख भी करनी चाहिए।

उप कृषि निदेशक एस0पी0 श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि वन महोत्सव का कार्यक्रम 1950 से किया जा रहा है। मनुष्य धीरे-धीरे वनो के प्रति निर्मम होता गया पहले के मनुष्य जैसे नीम, पीपल, बरगद आदि वृक्षो की पूजा करते थे अब व्यक्ति वृक्षो को काटकर अपने व्यक्तिगत जीवन में उसका प्रयोग कर रहे है अगर किसी कारण वश किसी वृक्ष को काटना पड़ता है तो उसके बदले दो वृक्ष लगाये। उक्त अवसर पर लोग गीत के माध्यम से वन महोत्सव के बारें में लागो को जागरूक किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजेश श्रीवास्तव द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम के बाद जिलाधिकारी द्वारा नगर पालिका कम्यूनिटी हाल के प्रागंण में वृक्षारोपण किया गया।

उक्त अवसर पर वनाधिकारी, जिला विकास अधिकारी विजय शंकर राय, बेसिक शिक्षा अधिकारी ओ0पी0 त्रिपाठी, उप कृषि निदेशक एस0पी0 श्रीवास्तव, जिला सूचना अधिकारी डा0 जितेन्द्र प्रताप सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारी, प्रधान संघ मंत्री रमेश यादव, प्रधान रणवीरपुर चुन्नू सिंह सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

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