डीएम ने किया प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरिक्षण तो मिली ये बड़ी कमिया
संजय ठाकुर
मऊ: जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी द्वारा पूर्वान्ह लगभग 08ः00 बजे तहसील-सदर अन्तर्गतग्राम-खुखुन्दवा एवं प्रा0पा0खुखुन्दवा, आंगनबाड़ी केन्द्र खुखुन्दवा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय सभी अध्यापक एवं प्रधानाध्यापक विद्यालय पर उपस्थित थे। छात्रो की उपस्थिति पंजिका के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि कक्षा-1 से 5 तक कुल पंजीकृत छात्रों की संख्या क्रमषः 16, 21, 29, 23 एवं 24 कुल 113 है। जबकि विद्यालय पर उपस्थित छात्र/छात्राओं की संख्या क्रमशः 07, 07, 13, 11 एवं 15 कुल 53 है।
उपस्थिति पंजीकृत छात्रों के आधा है। विद्यालय में साफ-सफाई का स्तर बहुत खराब पाया गया। जहां तहां कूड़ा पड़ा हुआ था। कक्षाओं में भी झाड़ू नहीं लगाया गया था। पूछने पर प्रधानाध्यापक द्वारा अवगत कराया गया कि सफाई कर्मचारी नहीं आया है। कक्ष संख्या 02 खाना बनाने के बर्तन एवं अन्य सामानों से भरा पड़ा था।कक्षाओं में दीवालों पर जाले भरे पड़े थे। छात्र/छात्रों की शैक्षिणिक अधिगम स्तर भी बहुत निम्न पाया गया। प्रधानाध्यापक द्वारा अवगत कराया गया कि राशन की अनुपलब्धता एवं ग्राम प्रधान के उदासीनता के कारण विद्यालय में गत 02 दिन से एम.डी.एम. नहीं बन पा रहा है। विद्यालय के दीवाल पर पुराने प्रधानाध्यापक का नाम अंकित पाया गया।
विद्यालय में स्थित सिर्फ 4 कक्षों का प्रयोग शैक्षणिक कार्यो में किया जा रहा था जबकि विद्यालय परिसर में स्थित एक और भवन जिसमें तीन कक्ष है का प्रयोग नहीं किया जा रहा था। निर्देशित किया गया कि एक कक्ष का प्रयोग शैक्षणिक कार्यो के लिए किया जाय। दिनांक 01 जुलाई 2019 को भी अधोहस्ताक्षरी द्वारा उक्त विद्यालय का निरीक्षण किया गया था एवं विद्यालय प्रांगण को साफ-सुथरा रखने हेतु निर्देशित किया गया था। स्पश्ट है कि विद्यालय के अध्यापकों द्वारा पूरे मनोयोग से अपने पदीय दायित्वों का निवर्हन नहीं किया जा रहा है।
निर्देशित किया गया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी विद्यालय पर उपस्थिति सभी अध्यापको से उनका स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपनी आख्या सहित दो दिन के अन्दर अधोहस्ताक्षरी के समक्ष प्रस्तुत करें तथा प्रधानाध्यापक के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ करे। यह भी निर्देशित किया गया कि शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार हेतु अन्य आवश्यक कार्यवाही भी सुनिश्चित करें।