महिला ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक में दो मामलों का हुआ निस्तारण
संजय ठाकुर
मऊ। महिला ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के निर्देशन तथा क्षेत्राधिकारी घोसी श्रीमती श्वेता आशुतोष की पर्यवेक्षण में पुलिस लाइन में हुई।
जिसमें कुल 27 पारिवारिक मामले आए, जिसमें ब्यूरो के सदस्यों के प्रयास से दो मामलों का निस्तारण हुआ। जिसमें एक दंपति ने अपना-अपना मतभेद भुलाकर साथ-साथ रहने को तैयार हो गए। शेष मामलो में बैठक की अगली तिथि चार अगस्त 2019 नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया।
ऐच्छिक ब्यूरो के सदस्यों के प्रयास से बबिता और सूरज ने अपना मतभेद भुलाकर साथ- साथ रहने को तैयार हो गए। वही फातिमा खातून और पप्पू उर्फ शहजादे के मामले में पक्षकारो की सहमति से मामला निस्तारण कर दिया गया। इस दौरान आरती राजभर और मुकेश राजभर,समीना खातून और अमन आजमी, शायदाबानो और सनामुलहक, रामअशीष चौहान और प्रीति चौहान के मामले में पक्षकारो ने सुलह के लिए समय की मांग किया। बैठक में दस मामलों में कोई पक्षकार उपस्थित नहीं हुआ। वही 11 मामलों में एक-एक पक्षकार उपस्थित हुआ। जिसके चलते उन मामलों में बैठक की अगली तिथि चार अगस्त 2019 नियत कर पक्षकारो को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया।
इस दौरान ऐच्छिक ब्यूरो के सदस्यगण सर्वेश दूबे, इब्राहिम सेवक, अर्चना उपाध्याय, विनोद कुमार सिंह, मौलवी अरसद, डा. एमए खान, महिला आरक्षी इशरावती यादव व महिला आरक्षी सोनी सिंह ने अपना योगदान दिया। इस मौके पर काफी संख्या में पक्षकार और उनके परिजन उपस्थित रहे।