मऊ के प्रमुख समाचारों पर एक नज़र संजय ठाकुर के संग
गैर संचारी रोगों की चपेट में 35 से 64 वर्ष आयु के लोग 30 एएनएम को इन बीमारियों से लोगों को बचाने पर दिया गया प्रशिक्षण
मऊ : मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में एनसीडी के ऊपर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ, जिसमें जनपद के चार ब्लाकों की 3 0 एएनएम को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ सतीश चंद्र सिंह ने बताया कि गैर संचारी रोग आज के समय में तेजी से पाँव पसार रहे हैं। इस समस्या को दूर करने हेतु सरकार द्वारा उप केंद्रों पर आरोग्य केंद्र बनाये जा रहे हैं जहां पर एएनएम और सीएचओ मिलकर क्षेत्र के लोगों को सेवाएं प्रदान करेंगी ।
उन्होने कहा कि गैर संचारी रोग देश में मृत्यु का प्रमुख कारण बनते जा रहे हैं और कुल मौतों में इन रोगों से मरने वालों का अनुपात 42 प्रतिशत से अधिक है। रिकार्ड के अनुसार गैर संचारी रोगों के कारण शहरी और ग्रामीण, दोनों ही आबादियों में रुग्णता एवं मृत्यु-संख्या में चिंताजनक बढ़ोतरी देखने को मिली है।
सीएमओ ने आगे बताया कि इन बीमारियों से 35-64 वर्ष आयु के लोग ग्रसित होते हैं इनके जीवन की क्षति हो रही है। मधुमेह, हाइपरटेंशन, इस्केमिक हार्ट डिजिजीज (आईएचडी) और स्ट्रोक (आघात) जैसी बीमारियों की स्थिति भारत में प्रति 1000 परक्रमशः 62.47, 159.46, 37.00 और 1.54 है। भारत में कैंसर के लगभग 25 लाख रोगी हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और नोडल डा०पी०के० राय ने बताया कि गैर संचारी रोगों के बढ़ते बोझ और प्रमुख पुरानी गैर संचारी बीमारियों के समान जोखिम घटकों को देखते हुए, भारत सरकार ने इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य प्रोत्साहन और रोग निवारण,मानव संसाधनों सहित बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने,शीघ्र निदान और प्रबंधन तथा विभिन्न स्तरों पर एनसीडी सेल की स्थापना के जरिये प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के साथ एकीकरण पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।
संतोष सिंह डीसीपीएम ने जानकारी दी कि प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि किसी भी तरह के संदिग्ध रोगी पाए जाने पर तुरंत पीएचसी / सीएचसी व जिला अस्पताल में भर्ती करने पर विशेष जोर दिया है। इस मौके पर सुरेंद्र यादव, प्रशांत शर्मा, दीपिका तिवारी, पुष्पा राय, राज किशोरी, आदि उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने किया घाघरा के कटान बिन्दुओ का निरिक्षण
मऊ :जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी द्वारा आज घाघरा नदी के कटान विन्दुओं का दोहरीघाट में निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने गौरीशंकर घाट से महुला तक मऊ की सीमा तक स्थलीय निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने कटान स्थल पर लेबरों की संख्या कम देख कर नाराजगी व्यक्त की गयी। तथा अधिशासी अभियन्ता सिचाई को निर्देश दिये गये कि एक सप्ताह में सभी कार्य पूर्ण हो जाने चाहिए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अभियान चलाकर नदी के कटान विन्दुओं की मरम्मत कार्य पूर्ण कर लें। जिलाधिकारी ने गौरीशंकर घाट के आगे बनाये जा रहे ठोकर की गुणवत्ता को ठीक रखने के निर्देश दिये गये।
उक्त अवसर पर उप जिलाधिकारी घोसी निरंकार सिंह, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई, तहसीलदार घोसी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।
जिलाधिकारी ने किया स्थल निरिक्षण
मऊ : जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी द्वारा आज प्राथमिक विद्यालय ग्राम सभा कुसुम्हा, विकास खण्ड दोहरीधाट तथा 100 बच्चियों के लिए बनाये जा रहे छात्रावास कटिहारी बुजुर्ग के निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया गया। प्राथमिक विद्यालय में केवल 7 छात्र उपस्थित मिले एवं नामांकन 70 बच्चों का था।
जिलाधिकारी ने प्राधानाध्यापक का स्पष्टीकरण लेने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिये गये तथा पठन पाठन का अच्छा वातावरण बनाने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी द्वारा पैफ्सपेड से बनाये जा रहे 1 करोड़ 70 लाख की लागत से बालिका छात्रावास के निर्माण का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने वहां पर घटिया ईटों से कराये जा रहे कार्याे को देखकर गहरी नाराजगी व्यक्त की गयी। तथा इसके कार्यो एवं गुणवत्ता की जांच अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को कराने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए एवं निर्माण का कार्य निर्धारित समय से पूर्ण हो जाने चाहिए।
उक्त अवसर पर उप जिलाधिकारी घोसी निरंकार सिंह, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, जिला सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।