मुस्लिम नाईयो ने दलित के बाल काटने से किया मना, मुकदमा दर्ज
तब्जील अहमद
मुरादाबादः समाज में छुआछुत की भावना सभ्य समाज के नाम पर एक कलंक है। जब समाज के अन्दर इस प्रकार की भावना घर कर लेती है तो उसको निकालना आसान नही होता है। ऐसी ही एक घटना प्रदेश में सामने आई है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के पीपलसाना गांव में दलितों के बाल नहीं काटने के आरोप में तीन मुस्लिम नाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
इन तीनों नाई की पहचान रियाज़ आलम, इशाक और जाहिद के रूप में हुई है। इन्हें आईपीसी की धारा और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। शिकायतकर्ता महेश चंद्रा के मुताबिक, इस तरह के जाति आधारित भेदभाव को रोकने के लिए शिकायत दर्ज की थी। उन्होंने कहा, ‘यह कई सालों से चल रहा था लेकिन अब हमने इसे रोकने के लिए आवाज उठाई है।’
महेश ने यह भी कहा कि शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने गांव में एक बैठक भी की।बैठक में नाइयों ने सहमति जताई कि वे दलितों के भी बाल काटेंगे लेकिन पुलिस की मध्यस्थता के बाद नाइयों ने तीन दिनों के लिए अपनी दुकानें बंद कर दी। गांव में नाइयों की लगभग 20 दुकानें हैं और सभी मुस्लिमों द्वारा चलाई जाती हैं। मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के सर्किल ऑफिसर विशाल यादव ने कहा कि उन्होंने अगला कदम उठाने के लिए दुकानें बंद कर दीं। वही आरोपियों का कहना है कि हम लोगो ने कभी किसी ग्राहक को मना नहीं किया। हमारे खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं।