पेटीएम से घूस लेना पड़ा भारी, आरपीएफ के दो जवान बर्खास्त
आफताब फारुकी
प्रयागराज। गाड़ी संख्या 12424 नई दिल्ली डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में 12 जुलाई को एसकॉर्टिग ड्यूटी में तैनात रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट अनवरगंज के हेड कॉस्टेबल आशीष चैहान एवं कॉस्टेबल रामनयन यादव की बी.एस.एफ जवान एवं उसकी गर्भवती पत्नी से दुर्व्यवहार एवं अवैध वसूली की शिकायत प्राप्त हुई थी।
बीएसएफ जवान द्वारा गर्भवती पत्नी के नई दिल्ली स्टेशन पर गाड़ी में न चढ़ पाने के कारण चेन पुलिंग की गयी थी। रेलवे सुरक्षा बल जवानों ने कार्यवाही का भय दिखाते हुये बीएसएफ जवान एवं उसकी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया। कार्यवाही न करने के एवज में रेलवे सुरक्षा बल जवानों द्वारा बीएसएफ जवान को टायलेट के पास ले जाकर उससे दस हजार रूपये की मांग की गयी। बीएसएफ जवान द्वारा रेलवे सुरक्षा बल जवानों को सात हजार रूपये नगद एवं कैश न होने का बहाना कर तीन हजार रूपये पेटीएम के माध्यम से दिये गये थे।
पीड़ित को त्वरित न्याय दिलाने एवं आरोपी बल सदस्यों के विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु पूरे मामले की त्वरित जांच करायी गयी। जांच में आरोपी जवान के बैंक खाते का विवरण लिया गया, जिसमें पेटीएम के द्वारा तीन हजार रूपये लेने की पुष्टि हुई। रिपोर्ट पर कड़ा रूख अपना कर कठोर कार्यवाही करते हुए जवानों को रेलवे सुरक्षा बल नियम 1987 मे दिये गये विशेष प्रावधानो के तहत नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्तगी आदेश सम्बंधित जवानों को मंगलवार को प्राप्त करा दिया गया। बर्खास्तगी के बाद जवानों को रेलवे से मिलने वाले भत्ते एवं धनराशि नही मिलेगी एवं सेवा संबंधी अन्य लाभों के भी हकदार नही होंगे और ना ही दोबारा किसी भी सरकारी नौकरी के पात्र होंगे।
यहां पर यह उल्लेख किया जाता है कि, घटना के मात्र 05 दिन के भीतर की गई इस कार्यवाही से रेलवे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में एक अहम संदेश दिया है। रेलवे सुरक्षा बल यात्रियों के सेवा एवं सुरक्षा हेतु सदैव तत्पर है। किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार एवं यात्रियों से दुर्व्यवहार किये जाने की घटनाओं पर रेलवे सुरक्षा बल में “ जीरो टॉलरेंस ” की नीति है। इस कठोरतम कार्यवाही के माध्यम से सभी बल सदस्यों को सेवा – भाव,निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ नौकरी करने के लिये भविष्य हेतु एक स्पष्ट संदेश दिया गया है। भ्रष्टाचार, खराब आचरण एवं बल की छवि को धूमिल करने वाले बल सदस्यों के विरूद्व कठोर कार्यवाही जारी रहेगी।