वाराणसी – अवैध सम्बन्ध के खातिर पत्नी ने करवाई थी अपने आशिक के साथ मिलकर संतोष की हत्या, हत्या के बाद किया ऐसा घिनौना काम
ए जावेद
वाराणसी। अग्नि को साक्षी मान का सात फेरे लेकर सात जन्मो का बंधन बाधने वाली पत्नी ही जब हवस के खातिर अपने पति के जान की दुश्मन बन जाये तो फिर रिश्तो पर से विश्वास उठने जैसी स्थिति हो जाती है। ऐसा ही एक मामला आज वाराणसी पुलिस ने खुलासा किया है जिसमे पत्नी ने खुद के पति को अपने अवैध सम्बन्ध के कारण अपने आशिक से मौत के घाट उतरवा दिया। यही नहीं, पति की घर में पड़ी हुई लाश के बावजूद हत्या के बाद अपने आशिक से शारीरिक सम्बन्ध भी बनाये।
घटना कुछ इस प्रकार हुई थी कि संतोष कुमार चौरसिया पुत्र दीनानाथ चौरसिया निवासी सेनपुरा चेतगंज वाराणसी अपनी पत्नी रुपा चौरसिया एवं तीन बच्चो के साथ मोहल्ला सेनपुरा में रह रहा था जो पान दरिबा में पान का कारोबार करता था। संतोष कुमार चौरसिया की पत्नी रुपा का दालमण्डी में आर्टीफिसियल ज्वेलरी की दुकान करने वाले आमिर पुत्र मुमताज निवासी हकाक टोला थाना चौक वाराणसी के साथ प्रेम सम्बन्ध हो गया। आमिर , संतोष चौरसिया की गैर मौजूदगी में रुपा से मिलने उसके घर जाने लगा तो संतोष चौरसिया को भी इस बात की भनक लग गयी।
संतोष चौरसिया ने अपनी पत्नी को डाटा और आमिर से दूर रहने के लिए कहा किन्तु आमिर का घर पर आना बन्द नही हुआ। तब रुपा और आमिर ने संतोष चौरसिया को मारने की योजना बनायी। रुपा ने आमिर को पिस्टल खरीदने के लिए पैसे दिये और संतोष चौरसिया को दुकान से कैश घर लाते समय रास्ते में गोली मारकर हत्या करने की योजना बनायी गयी। जिससे इस घटना को लूट के दौरान हत्या का रुप दिया जा सकें। आमिर की योजना थी कि संतोष को मारने के बाद उसकी सम्पत्ति को रुपा के जरिए बिकवाकर पैसे हड़प कर ले। किन्तु इसी बिच संतोष चौरसिया बिमार पड़ गया।
जाँच से पता चला कि उसको टीबी हो गयी है एवं फेफड़ो में पानी है। तब संतोष चौरसिया को उसके घर पर ही मारने का पुनः प्लान बनाया गया। जिसके तहत रुपा नें अपने प्रेमी आमिर को 21.7.19 को अपने पति को मरवाने के लिए घर पर बुलाया जिसके तहत आमिर ने अपने दो साथियों रवि कुमार कसेरा पुत्र स्व। रामगोपाल कसेरा निवासी भुलेटन थाना चौक वाराणसी एवं अमन पुत्र राजू कसेरा निवासी हकाकटोला थाना चौक वाराणसी को रुपयों का लालच दिया और घटना की रात्रि में संतोष चौरसिया के घर पर अपने साथियों को साथ लेकर पहुचा और संतोष चौरसिया को सोते हुए रुपा की मदद से गला दबाकर मार दिया।
अमन और रवि हत्या करने के बाद चले गये। आमिर रुका रहा और रुपा के साथ शारिरीक सम्बन्ध बनाने के बाद वह भी घर चला गया। रुपा ने परिवार वालों को सूचना दी कि बिमारी के कारण संतोष की मृत्यु हो गयी। परिवार रिश्तेदार सभी लोग संतोष के घर पहुचे चूकि संतोष बिमार चल रहा था इसलिए रुपा चौरसिया सभी रिश्तेदारों व परिवारजनों को संतोष की मृत्यु को स्वभाविक बताने व समझाने में सफल रही। सभी को लगा की संतोष की मृत्यु बिमारी से हुयी है ओर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से संतोष चौरसिया का अन्तिम संस्कार करवा दिया गया। रुपा का अपने प्रेमी आमिर के साथ फोन पर बात करना संतोष की मृत्यु के बाद भी बन्द नही हुआ।
संतोष चौरसिया की बहन सरिता चौरसिया रुपा के साथ घर पर ही रह रही थी। जिसे रुपा पर शक हो गया उसने अपने पति रमाशंकर चौरसिया पुत्र स्व। काशी नाथ चौरसिया निवासी मियाँपुरा कोयलाघाट थाना कोतवाली गाजीपुर को पूरी बात बतायी। जिसने गली में लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किया तो उसमें रुपा का प्रेमी आमिर अपने दो साथियों के साथ रात्रि में संतोष चौरसिया के घर आता हुआ दिखायी दिया। तब रुपा के पिता अमरदीप चौरसिया को साथ लेकर रमाशंकर चौरसिया ने रुपा से पूछताछ की तो रुपा ने सारी घटना को स्वीकार करते हुए संतोष चौरसिया की हत्या आमिर व उसके साथी रवि व अमन के द्वारा कराना स्वीकार किया। तब सरिता ने थाने पर तहरीर दी और मुकदमा लिखवाया।
इसके बाद पंजीकृत मु.अ.सं. 166/19 धारा 302/201/120 बी भादवि से सम्बन्धित अभियुक्ता को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि अन्य 03 अभियुक्तगण आमिर, अमन व रवि को सूचना के आधार पर बस अड्डा लकड़ मण्डी तिराहा चौकाघाट के पास से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त आमिर के कब्जे से एक अदद पिस्टल 32 बोर मय 04 अदद जिन्दा कारतूस बरामद हुआ है।
गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक चेतगंज प्रवीण कुमार, निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह, उ.नि. अतुल कुमार प्रजापति, अर्जुन सिंह, बैद्यनाथ, हे.का. शिव प्रकाश, मुन्ना सिंह, का. अभिषेक, म.का. बुचिया देवी, नेहा कुमारी थाना चेतगंज शामिल रहे।