वर्ल्डकप 2019 – पैसा वसूल फ़ाइनल मैच में इंग्लैंड ने खिताब तो न्यूज़ीलैंड ने खेल से दिल जीता
तारिक खान/ए जावेद
डेस्क। वर्ल्डकप 2019 का समापन ऐतिहासिक लार्ड्स मैदान पर रोमांचक फाइनल मुकाबले के साथ हुआ। भले ही विश्व कप इंग्लैंड ने जीत लिया है मगर खेल से दिल न्यूज़ीलैंड ने जीता। शायद क्रिकेट के इतिहास में इतना रोमांचक मुकाबला कभी नही हुआ होगा जिसमे आखरी मिनट में खेल के तहत तो कोई नही जीता मगर अधिक चौके लगाने से इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया है। इंग्लैंड विश्व कप पहली बार जीता है। वैसे बताते चले कि फ़ाइनल खेल रही न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड दोनों ही विश्वकप इसके पहले कभी नही जीत सकी है।
आज का मैच शुरू होने पर न्यूजीलैंड ने अपनी टीम में मार्टिन गप्टिल, हेनरी निकोल्स, केन विलियमसन (कप्तान), रॉस टेलर, टॉम लैथम, कॉलिन डि ग्रैंडहोम, जिमी नीशाम, मिचेल सैंटनर, मैट हेनरी, लॉकी फर्ग्यूसन और ट्रेंट बोल्ट को जगह दिया वही दूसरी तरफ इंग्लैंड ने जेसन रॉय, जॉनी बेयरस्टॉ, जो रूट, इयोन मॉर्गन (कप्तान), बेन स्टोक्स, जोस बटलर, क्रिस वोक्स, लियाम प्लंकेट, आदिल राशिद, जोफ़्रा आर्चर और मार्क वुड को टीम में जगह दिया।
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए न्यूजीलैंड टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 241 रन बनाए। हैनरी निकोल्स (55)और टॉम लैथम (47) के अलावा कीवी टीम का कोई भी बल्लेबाज अच्छी पारी नहीं खेल सका। इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 242 रन का कमोबेश आसान टारगेट था लेकिन शुरुआत से ही विकेट गंवाने के कारण इंग्लैंड पर दबाव बढ़ता गया। चार विकेट 86 रन के स्कोर पर गिरने के बाद बेन स्टोक्स और जोस बटलर की शतकीय साझेदारी ने इंग्लैंड के फैंस के लिए जीत की उम्मीदें जगा दी थीं लेकिन आखिरकार टीम 50वें ओवर की आखिरी गेंद पर 241 रन बनाकर ही आउट हो गई।
इंग्लैंड ने सुपर ओवर में जीत हासिल कर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। दुर्भाग्य एक बार फिर न्यूजीलैंड और खिताब के बीच आड़े आ गया। कीवी टीम लगातार दूसरी बार वर्ल्डकप के फाइनल में पहुंची लेकिन खिताब एक बार फिर उससे कुछ दूर रह गया। लार्ड्स मैदान पर आज वर्ल्डकप न जीत पाने की कसक केन विलियमसन की टीम को लंबे समय तक रहेगी। ज्ञातव्य हो कि वर्ष 2015 के वर्ल्डकप के फाइनल में भी न्यूजीलैंड को ऑस्ट्रेलिया से हारकर खिताब से वंचित कर दिया था।
वैसे, न्यूजीलैंड की हार के बावजूद यह मैच ‘पूरी तरह पैसा वसूल’ साबित हुआ। मैच का फैसला सुपर ओवर में गया जिसमें फिर दोनों टीमों ने बराबर यानी 15-15 रन बनाए लेकिन न्यूजीलैंड की तुलना में बाउंड्री अधिक लगाने के कारण विजेता का ताज इंग्लैंड के नाम पर रहा। वर्ल्डकप की इस खिताबी जीत के बाद मेजबान इंग्लैंड को 40 लाख डॉलर (28 करोड़ रुपए) की पुरस्कार राशि मिली जबकि उपविजेता न्यूजीलैंड टीम को 20 लाख डॉलर (14 करोड़ रुपए) की प्राइज मनी से ही संतोष करना पड़ा। सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों टीमों भारत और ऑस्ट्रेलिया के खाते में 8-8 लाख डॉलर (5।6 करोड़ रुपए) की राशि आई।