उभाव पत्रकारों को गाली प्रकरण – मौके पर नही थे बेल्थरारोड चेयरमैन, कहा पत्रकारों का हमेशा करता हु सम्मान
तारिक आज़मी
बलिया। बेल्थरारोड के उभाव थाना परिसर में हुवे जन्माष्टमी कार्यक्रम के बीच एक भाजपा नेता द्वारा पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार के सम्बन्ध में प्रकाशित हमारे समाचार पर आदर्श नगर पंचायत चेयरमैन दिनेश गुप्ता ने हमसे बात चीत में यह स्थिति स्पष्ट किया कि घटना के समय वह मौके पर नही थे। साथ ही यह भी जानकारी हमको प्राप्त हुई है कि चेयरमैन रात्रि 8 बजे ही कार्यक्रम से होकर किसी अन्य कार्यक्रम में शिरकत करने चले गये थे।
इस सम्बन्ध में जब हमने चेयरमैन दिनेश गुप्ता से बात किया तो उन्होंने कहा कि प्रकरण मेरे संज्ञान में दुसरे दिन आया। घटना के समय मैं मौके पर नहीं था। मैं हमेशा लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के साथ खड़ा रहता हु। हमेशा ही पत्रकारों का सम्मान करता हु। मेरे मौजूदगी में कोई घटना हुई ही नही। वही हमने जब इस प्रकरण के समय पर उपस्थिति के सन्दर्भ में जानकारी इकठ्ठा किया तो यह बात तो पूर्णतः स्पष्ट हो गई कि चेयरमैन घटना के समय मौके पर नही थे। वही चेयरमैन ने इस प्रकार की घटना की निंदा भी किया है।
घटना में कई पहलू सामने आये जो स्थिति को स्पष्ट करते है। घटना के समय थाना प्रभारी ने मामले में तत्काल हस्तक्षेप किया और नेता जी जो बेवजह भड़के थे उन्हें मौके से हटाया। इसके बाद नेता ही कार्यक्रम से वापस चले गये। वही दरोगा सागर रानू भी घटना के समय मौके पर नही थे और मामले की जानकारी उनको भी बाद में हुई। घटना में पुलिस को कोई भी लिखित तहरीर पत्रकार के द्वारा समाचार लिखे जाने तक उपलब्ध नही करवाया गया है। पीड़ित पत्रकार निलेश के द्वारा किसी शिकायत के न मिलने से मामले में कही न कही से पुलिस के भी हाथ बंधे है।
प्रकरण में दिनेश गुप्ता ने हमसे बात करते हुवे स्पष्ट किया कि प्रमोद सिंह भाजपा के पुराने कार्यकर्ता है। क्षेत्रीय नागरिक और पार्टी के पुराने कार्यकर्ता होने के कारण मैं उनको जानता और पहचानता हु। पार्टी स्तर पर और क्षेत्रीय नागरिक होने के कारण उनके कार्यो को प्रोत्साहित भी करता हु, मगर इसका यह मतलब नही है कि कोई मेरा राईट हैण्ड हो जाये अथवा किसी गलत कार्य को मैं प्रोत्साहित करू। मैं लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का पुरे मन से सम्मान करता हु और हर पत्रकार की इज्ज़त दिल से करता हु। सभी से मेरे मधुर सम्बन्ध है।
दो गुट में बटे पत्रकार
वैसे तो पत्रकारिता गुटों की शिकार हुआ ही करती है। वैसा ही मामला इस बार इस प्रकरण में देखने को आया जहा पत्रकार दो गुटों में बटे हुवे दिखाई दे रहे है। इस मामले में आज सुबह से ही एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रही है जिसमे पीड़ित पत्रकार निलेश को एक बड़े मीडिया हाउस के पत्रकार महोदय समझा और धमका रहे है। प्रकरण में स्थिति अब छोटे बड़े पत्रकारों वाली हो गई है। वही इस मामले में क्षेत्रीय पत्रकारों में एक उबाल भी देखने को मिल रहा है।
नोट – सुबह से कई पत्रकारों का फोन इस प्रकरण में मेरे पास आ चूका है। वीडियो प्राप्त होने का श्रोत सभी जानना चाहते है। तो मित्र नियमो के अनुसार एक बात ध्यान रखे कि पत्रकार अपने सूत्र बताने के लिए बाध्य नही है। हां एक बार फिर हम स्पष्टतः यह बात कहना चाहते है कि प्रकरण का वीडियो मुझे एक सुधि पाठक ने दिया है। जो गोपनीय है। कुछ लोग मुझे फोन करके अनैतिक रूप से इस बात का दबाव भी डालने का प्रयास कर रहे है कि मैं खबर को हटा दू, मित्र ये गलत बात है। आपका पक्ष यदि कुछ है तो आप अपना पक्ष हमको प्रदान करे, हम उसको भी निष्पक्षता के साथ रखेगे। हमारा किसी से व्यक्तिगत द्वेष नही है। जैसे हमारे मधुर सम्बन्ध चेयरमैन से है वैसे ही आपसे है और वैसे ही विभाग से भी है। हम निष्पक्षता को ध्यान रखते है और निष्पक्षता के साथ कार्य करते है। पूर्व समाचार में अस्पष्ट जानकारी के कारण बेल्थरारोड चेयरमैन का नाम गलत तरीके से आया. हम इसके लिए खेद प्रकट करते है.