कानपुर – इन्साफ की आस लिये नाबालिग गैंग रेप पीडिता ने किया आत्म हत्या, उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उठा बड़ा सवाल

आदिल अहमद

कानपुर. बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा देने वाली भाजपा के शासनकाल में बेटियों की सुरक्षा शायद अब भगवान भरोसे रह चुकी है। रेप की घटनाओ से पूरा उत्तर प्रदेश दहला हुआ है। अभी उन्नाव का मामला शांत भी नही हुआ था कि कानपुर में उससे भी अधिक दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई है। प्रकरण में गैंग रेप पीडिता इन्साफ की तलाश करते करते थक का आत्मा हत्या कर बैठी।

घटना कानपुर के रायपुरवा थाना क्षेत्र की है। जहा एक नाबालिग गैंग रेप पीडिता आखिर इन्साफ की आस लिए खुद को फांसी के फंदे से लटका कर झूल गई। घटना के सम्बन्ध में परिजनों ने बताया कि 13 जुलाई को पड़ोस के रहने वाले हाफिज नदीम और उसके तीन अन्य साथियों ने मिलकर पीडिता के साथ सामूहिक बलात्कार किया। घटना के बाद जब परिजनों को मामले की जानकारी हुई तो मामला थाना रायपुरवा पंहुचा और मामले में इन्साफ की पहली ही सीढ़ी पर पीडिता और उसके परिजनों को लोहे के चने चबाने पड़े।

परिजनों की माने तो लगभग रोज़ ही वह लोग थाने का चक्कर लगाते मगर मामले में ऍफ़आईआर नही हुई। इस बीच पीडिता और उसके परिजनों ने क्षेत्राधिकारी से भी मुलाकात किया। मामले की जानकारी किसी तरह से पत्रकारों को मिली। पत्रकारों ने जब थाना प्रभारी से इस सम्बन्ध में सवाल करना शुरू किया तो थाना प्रभारी ने बात को मैनेज करने के लिया आखिर 27 जुलाई को मुकदमा दर्ज करके पीडिता का 164 का काफी दबाव के बाद बयान करवाया। परिजनों का कहना है कि इसके बाद भी मामले को ठंडा करने के लिये पुलिस ने पीडिता का मेडिकल नही करवाया था।

परिजनों का आरोप है कि मामले में गिरफ्तारी के लिए एक बार थाना प्रभारी ने सभी चार आरोपियों को उठाया, मगर कोई कार्यवाही करने के बजाय उनको छोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि इसके बाद तो आरोपी और मुखर हो गये तथा पीडिता और उसके परिजनों को हर तरीके से परेशान करने लगे। परिजनों ने कहा कि हम लगातार पुलिस के संपर्क में थे और पुलिस सिर्फ आश्वासन देती रहती थी कि जल्द ही कार्यवाही होगी। मगर कार्यवाही आज तक नही हुई है।

आखिर प्रकरण में पीडिता ने मानसिक रूप से परेशान होकर आज खुद को फंदे से लटका कर खुद की ईहलीला खत्म कर लिया। घटना की जानकारी होने पर क्षेत्र में अफरातफरी का माहोल पैदा हो गया। क्षेत्रीय नागरिको में गुस्से को साफ़ देखा गया। लोगो ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाने शुरू कर दिए है। समाचार लिखे जाने तक मौके पर क्षेत्रीय थाना पुलिस फ़ोर्स सहित आला अधिकारियो के आने का समाचार प्राप्त हो रहा है। मामले में स्थानीय थाना प्रभारी किसी भी तरह का बयान देने से कतराते नज़र आ रहे है। परिजनों द्वारा उपलब्ध करवाए गये साक्ष्यो को आधार माने तो मामले की जानकारी क्षेत्राधिकारी को भी होने के बावजूद भी पीडिता को इन्साफ नही मिला, यह एक सोचनीय विषय है। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक घटना स्थल रायपुरवा थाना क्षेत्र के तलव्वा में अधिकारियो का पहुचने का सिलसिला जारी है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *