अमरीका में जातिवादी हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं अमरीकी राष्ट्रपति
तारिक़ खान
अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प अपनी कार्यवाहियों से इस देश में जातिवादी हिंसा को लगातार बढ़ावा दे रहे हैं।
टेक्सास के अलपासो में होने वाली गोलीबारी की घटना, अमरीका में गोलीबार की कोई पहली घटना नहीं है और निश्चित रूप में यह इस देश में गोलीबारी की आख़िरी घटना भी नहीं होगी। डोनाल्ड ट्रम्प ने जबसे वाइट हाउस में अपना ठिकाना बनाया है तब से अमरीका में जातिवादी हिंसा में बहुत तेज़ी से वृद्धि हुई है। अमरीका में गोलीबारी की ताज़ा घटना रविवार को आहायो में हुई जिसमें एक बंदूकधारी ने गोलीबारी करके 9 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इससे पहले अमरीकी राज्य टेकसास में एक सशस्त्र व्यक्ति ने वालमार्ट के एक स्टोर में गोलीबारी करके कम से कम 20 लोगों की हत्या कर दी। हत्यारे ने जघन्य अपराध करने से पहले एक नोट में लिखा था कि वह यह हिंसक कार्यवाही, अमरीका में आने वाले ग़ैर क़ानूनी पलायनकर्ताओं को रोकने के उद्देश्य से कर रहा हूं। इस हत्यारे ने मार्च में न्यूज़ीलैण्ड में 50 मुसलमानों की हत्या करने वाले की भी प्रशंसा की थी।
इस समय अमरीका में गोरी चमड़ी वाले जातिवादी, इस देश में विदेशी पलायनकर्ताओं के प्रवेश का विरोध कर रहे हैं। ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से यह विरोध बहुत ही तेज़ी से बढ़ा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सन 2050 तक अमरीका में गोरी चमड़ी वालों की संख्या 50 प्रतिशत से कम हो जाएगी जो अमरीकी इतिहास में पहली बार होगा। संभवतः यही कारण है कि अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प से लेकर टेक्सास के हत्यारे तक सभी, विदेशियों के साथ युद्ध पर उतर आए हैं।
पिछले दो वर्षों के दौरान टम्प ने अपने मतदाताओं को पक्का करने के उद्देश्य से दिन-प्रतिदिन जातिवाद को हवा देने का काम तेज़ कर दिया है। उन्होंने पहले तो मैक्सिको के लोगों को मानसिक रोगी बताया। बाद में कुछ मुस्लिम देशों के नागरिको के अमरीका प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया। इसके बाद कहा कि अमरीका, उन पलायनकर्ताओं का लक्ष्य बन गया है जो चोर और भ्रष्ट हैं। इसके पश्चात मैक्सिको की सीमा पर दीवार बनाने का मुद्दा उठाया। अभी हाल में ट्रम्प ने अमरीका की चार सांसद महिलाओं को अमरीका से बाहर निकलने को कहा है। अपने ट्वीट में ट्रम्प ने कुछ अफ़्रीकी और लैटिन अमरीकी देशों को टवाएलेट के टैंक की संज्ञा दी। ट्रम्प ने अमरीका के एक नगर बाॅल्टीमोर को कूडेदान कहा हैं जहां पर अधिक संख्या में अश्वेत रहते हैं। ट्रम्प के इस प्रकार के व्यवहार से अमरीका में जातिवादियों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।