उन्नाव केस से सीख लेना नही चाहती गाजियाबाद पुलिस, लोनी सहित जनपद गाजियाबाद की सड़कों पर बेख़ौफ़ दौड़ रही है मौत
सरताज खान
गाजियाबाद लोनी।जहाँ एक तरफ यूपी के उन्नाव हादसे ने देश को हिलाकर रख दिया है। वही इस घटना से गाजियाबाद पुलिस सीख लेने को तैयार नही है या यूँ कहिये कि गाजियाबाद पुलिस किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है। लोनी सहित सम्पूर्ण जनपद गाजियाबाद में पुलिस के सामने बेखोफ सड़को पर मौत दौड़ रही है।
बता दे कि गाजियाबाद जनपद के लोनी खजुरी पुस्ता मार्ग पर पुस्ता चौकी से खजुरी तक तथा लोनी गोल चक्कर से ट्रॉनिका सिटी तक सैकड़ो ऑटो बिना नम्बर प्लेट के बेख़ौफ़ मौत बनकर दौड़ रहे है। जिनमे तेज ध्वनि में म्यूजिक बजता रहता है। इन रूठो पर चलने वाले 90 प्रतिशत ऑटो की नम्बर प्लेट क्षतिग्रस्त रहती है। क्योंकी इन रूठो पर चालक बिना लाइसेंस के ऑटो चलाते है और ज्यादातर ऑटो की फिटनेस भी नही होती। 80 प्रतिशत ऑटो चालक गांजा ,समेक,शराब आदि का सेवन कर नशे में ऑटो चलाते है तथा सवारियों से बदतमीजी करने से भी गुरेज नही करते। 3 सवारी के ऑटो में 7 से 8 सवारी ठूसकर चलते है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि आये दिन हादसे होने के बाद भी इन पर यातायात पुलिस या स्थानीय पुलिस कोई कार्रवाई नही करती। पुलिस के सामने को बेखोफ दौड़ते रहते है।
सूत्रों की माने तो उक्त ऑटो चालक दुर्घटना के बाद बचने के लिये नम्बर प्लेटो से जान बूझकर छेड़छाड़ करते है। जब पुलिस का ज्यादा दबाब होता है तो नम्बर प्लेट लगा लेते है ,लेकिन उसमे भी छेड़छाड़ करते है ,चाहे नम्बर छोटे बड़े या टेढ़े मेढ़े लिखवाने पड़े। अब सवाल उठता है कि यातायात नियमो का उल्लंघन करने वाले ऐसे ऑटो व चालको के खिलाफ पुलिस प्रशासन कार्रवाई क्यो नही करता ?
अगर इनसे कोई हादसा हो जाये और रजिस्ट्रेशन नम्बर ही न हो तो पुलिस किसे पकड़ेगी ? कौन जिम्मेदार होगा ? कैसे हादसे के शिकार पीड़ित को पुलिस इंसाफ दिला पाएगी!